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Uttarkashi Child Marriage: मां ने नाबालिग बेटी की करा दी शादी, बाल कल्याण समिति की सदस्य भी है आरोपी

उत्तरकाशी के टिपरा कुमार कोट गांव में नाबालिग की शादी का मामला सामेन आया है. ये मामला इसलिए भी खास है, क्योंकि नाबालिग की मां खुद आशा वर्कर है और बाल कल्याण समिति की सदस्य भी है. जिसकी जिम्मेदारी गांव में बच्चों के साथ हो रहे अपराध, यौन शोषण, बाल विवाह की सूचना प्रशासन को देने की है.

Child Marriage:
उत्तरकाशी में आशा कार्यकत्री ने करवाई नाबालिग बेटी की शादी
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Published : Mar 11, 2023, 8:25 PM IST

Updated : Mar 12, 2023, 6:24 AM IST

उत्तरकाशी: डुंडा तहसील के टिपरा कुमार कोट गांव में जिस नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही थी, उसकी मां गांव की आशा वर्कर है. आशा वर्कर पर गांव के बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी होती है, लेकिन यहां आशा वर्कर ने नियमों को तोड़कर अपनी नाबालिग बेटी की शादी करवा दी.

बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से प्रत्येक गांव में बाल कल्याण समिति का गठन किया जाता है. जिसका अध्यक्ष ग्राम प्रधान होता है. इसके अलावा समिति में गांव की आशा कार्यकत्री, आंगबाड़ी कार्यकत्री, वार्ड सदस्य, महिला मंगल दल के अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, एएनएम आदि सहित करीब 8 से 10 सदस्य होते हैं. टिपरा गांव में आशा कार्यकत्री की नाबालिग बेटी की शादी कराई जा रही थी. ऐसे में इन समितियों पर सवाल उठ रहे हैं.

पढ़ें- International Yoga Mahotsav: केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने परमार्थ निकेतन का किया दौरान, गंगा आरती में हुए शामिल

बीते साल दिसंबर में नाबालिग की शादी शहर के एक मंदिर में कराई गई. शादी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्टर्ड करवाई गई. जिसके लिए यहां सभी औपचारिकताएं पूर्ण की गई, लेकिन यहां जमा कराए दस्तावेजों में अंकित जन्म तिथि अलग-अलग थी. सब रजिस्ट्रार कार्यालय और वकील ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया सभी दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी. जिस अस्पताल से जन्म प्रमाण पत्र लिया गया है, वहां से भी जानकारी जुटाई जाएगी.

पढ़ें- Jhandaji Mela 2023: ऐतिहासिक झंडे जी मेले की परिक्रमा करता है बाज, जानिए 347 साल पुराने इस मेले का राज

पूरे मामले में पुलिस नाबालिग के शैक्षणिक एवं अन्य दस्तावेजों की जांच करेगी. इसके लिए बाल कल्याण समिति ने पुलिस को पत्र लिखा है. बाल कल्याण समिति ने नाबालिग की काउंसिलिंग कर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. बाल कल्याण समिति ने कहा दस्तावेजों की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें- International Yoga Mahotsav: चौथे दिन 1500 से अधिक साधकों ने किया योग, इजराइल के म्यूजिशियन ने बांधा समां

बता दें बीते गुरुवार देर शाम तहसील प्रशासन डुंडा को कुमारकोट गांव में एक नाबालिग लड़की शादी को रुकवा दिया था. किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर नाबालिग की शादी कराए जाने की सूचना दी थी. जिस पर बाल कल्याण समिति और प्रशासन की टीम ने गांव में पहुंचकर शादी को रुकवाया. गांव में शामियाना लगाकर बारात का इंतजार किया जा रहा था. वहीं कार्रवाई की सूचना पर हरियाणा से आ रही बारात चिन्यालीसौड़ से वापस लौट गई.

बाल कल्याण समिति नाबालिग और उसकी मां को वन स्टॉप सेंटर उत्तरकाशी ले आई. शुक्रवार सुबह बाल कल्याण समिति एवं अधिकारियों ने नाबालिग की काउंसिलिंग कर उसे परिजनों के सुपुर्द किया. बाल कल्याण समिति ने बताया नाबालिग के शैक्षणिक और अन्य दस्तावेजों की जांच के लिए पुलिस को लिखा गया है. जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी

उत्तरकाशी: डुंडा तहसील के टिपरा कुमार कोट गांव में जिस नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही थी, उसकी मां गांव की आशा वर्कर है. आशा वर्कर पर गांव के बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी होती है, लेकिन यहां आशा वर्कर ने नियमों को तोड़कर अपनी नाबालिग बेटी की शादी करवा दी.

बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से प्रत्येक गांव में बाल कल्याण समिति का गठन किया जाता है. जिसका अध्यक्ष ग्राम प्रधान होता है. इसके अलावा समिति में गांव की आशा कार्यकत्री, आंगबाड़ी कार्यकत्री, वार्ड सदस्य, महिला मंगल दल के अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, एएनएम आदि सहित करीब 8 से 10 सदस्य होते हैं. टिपरा गांव में आशा कार्यकत्री की नाबालिग बेटी की शादी कराई जा रही थी. ऐसे में इन समितियों पर सवाल उठ रहे हैं.

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बीते साल दिसंबर में नाबालिग की शादी शहर के एक मंदिर में कराई गई. शादी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्टर्ड करवाई गई. जिसके लिए यहां सभी औपचारिकताएं पूर्ण की गई, लेकिन यहां जमा कराए दस्तावेजों में अंकित जन्म तिथि अलग-अलग थी. सब रजिस्ट्रार कार्यालय और वकील ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया सभी दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी. जिस अस्पताल से जन्म प्रमाण पत्र लिया गया है, वहां से भी जानकारी जुटाई जाएगी.

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पूरे मामले में पुलिस नाबालिग के शैक्षणिक एवं अन्य दस्तावेजों की जांच करेगी. इसके लिए बाल कल्याण समिति ने पुलिस को पत्र लिखा है. बाल कल्याण समिति ने नाबालिग की काउंसिलिंग कर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. बाल कल्याण समिति ने कहा दस्तावेजों की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

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बता दें बीते गुरुवार देर शाम तहसील प्रशासन डुंडा को कुमारकोट गांव में एक नाबालिग लड़की शादी को रुकवा दिया था. किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर नाबालिग की शादी कराए जाने की सूचना दी थी. जिस पर बाल कल्याण समिति और प्रशासन की टीम ने गांव में पहुंचकर शादी को रुकवाया. गांव में शामियाना लगाकर बारात का इंतजार किया जा रहा था. वहीं कार्रवाई की सूचना पर हरियाणा से आ रही बारात चिन्यालीसौड़ से वापस लौट गई.

बाल कल्याण समिति नाबालिग और उसकी मां को वन स्टॉप सेंटर उत्तरकाशी ले आई. शुक्रवार सुबह बाल कल्याण समिति एवं अधिकारियों ने नाबालिग की काउंसिलिंग कर उसे परिजनों के सुपुर्द किया. बाल कल्याण समिति ने बताया नाबालिग के शैक्षणिक और अन्य दस्तावेजों की जांच के लिए पुलिस को लिखा गया है. जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी

Last Updated : Mar 12, 2023, 6:24 AM IST
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