उत्तरकाशी: ऑल वेदर रोड निर्माण से जहां विकास की एक नई रूपरेखा लिखे जाने की बात कही जा रही है. वहीं, दूसरी ओर यह परियोजना ग्रामीणों के आशियाने के लिए मुसीबत बनती जा रही है. गंगोत्री हाईवे पर ऑल वेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी एजेंसी और बीआरओ की अनदेखी के चलते रतूड़ीसेरा गांव के ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर हैं, क्योंकि गांव में कई घरों और आंगन पर 5 फीट गहरी दरारें आ गई हैं.
गंगोत्री हाईवे पर बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन की मॉनिटरिंग में ऑल वेदर रोड कटिंग का कार्य चल रहा है, जिससे रतूड़ीसेरा गांव खतरे की जद में आ गया है. ग्रामीणों का कहना है कि ऑल वेदर रोड कटिंग में लापरवाही के चलते गांव का मुख्य सम्पर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, तो वहीं घरों और आंगन पर करीब 10 फीट लंबी और 5 फीट गहरी दरारें आ गई हैं, जिस कारण ग्रामीण डर के साये में जीने को मजबूर हैं.
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रतूड़ीसेरा के प्रधान दुर्गेश जोशी ने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रशासन की टीम और बीआरओ के अशिकारी मौका मुआयना कर चुके हैं. लेकिन कोई भी ग्रामीणों की बात सुनने को राजी नहीं है, जबकि ग्रामीणों ने हाईवे कटिंग से पहले ही कहा दिया था कि रोड को नीचे की ओर से चौड़ीकरण किया जाए. लेकिन परियोजना की निर्माणदायी संस्था की मनमानी के चलते गांव के लिए खतरा बन गया है.