उत्तरकाशीः जिला मुख्यालय में सिस्टम से खिन्न एक युवक झूला पुल पर जा चढ़ा. जिसे देख पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. इतना ही नहीं युवक करीब 4 घंटे तक करीब 60 फीट उंची पुल पर चढ़ा रहा. जहां से युवक जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग पर दोहरे मापदंडों का आरोप लगाता रहा. वहीं, तहसीलदार की ओर से उचित कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन दिखाने पर युवक पुल से नीचे उतरा. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली.
दरअसल, लोक निर्माण विभाग समेत प्रशासन की एक टीम अतिक्रमण हटाने जोशियाड़ा झूला पुल के पास पहुंची थी. जहां अतिक्रमण हटाने के विरोध में जोशियाड़ा निवासी प्रकाश राणा (32) जोशियाड़ा झूला पुल की रस्सियों के सहारे करीब 60 फीट ऊंचे शीर्ष पर जा चढ़ा. जिसके बाद जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
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युवक प्रकाश राणा ने कहा कि वो साल 2013 में आई आपदा प्रभावित है और उनके दादा ने झूला पुल और सड़क के लिए जमीन दी थी. उसके बाद पुराना मकान का हिस्सा बचा हुआ था. जिसे वो दोबारा बना चुका है. युवक का कहना है कि शनिवार को लोक निर्माण विभाग ने उसके भवन को ध्वस्त किया जाने लगा. जबकि, भूमि को लेकर मामला अभी कोर्ट में लंबित है.
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युवक का आरोप है कि जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग उसके खिलाफ दोहरे मापदंड अपना रहे हैं. अतिक्रमण हटाना है तो सबका हटाया जाए. उसके बाद वो खुद अपना अतिक्रमण हटाएंगे. साथ ही कहा कि अगर विभाग को हटाना ही था तो पहले रोका जा सकता था. वहीं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस और एसडीआरएफ मौजूद रही.
वहीं, कई लोगों ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन युवक ने किसी की नहीं सुनी. जिसके बाद मौके पर मौजूद तहसीलदार प्रेम सिंह रावत ने पुल पर चढ़े हुए युवक को लिखित आश्वासन दिया कि भूमि और अतिक्रमण को लेकर लोक निर्माण विभाग समेत राजस्व की उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में एक बैठक की जाएगी. इस आश्वासन के बाद युवक नीचे उतरा गया.