उत्तरकाशी: केंद्र सरकार की गाइडलाइन और छूट के बाद अन्य राज्यों और जिलों से प्रवासियों का घर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है. अब तक 2500 लोग अन्य राज्यों से जनपद पहुंच चुके हैं. जिन्हें मेडिकल चेकअप के बाद डॉक्टरों की सलाह के अनुसार इंस्टीट्यूशनल सहित पंचायत भवनों और गांव के सरकारी विद्यालयों में क्वारंटाइन किया गया है.
साथ ही इस सम्बन्ध में डीएम डॉ. आशीष चौहान भी लोगों को कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लगातार जागरुक कर रहे हैं. उन्होंने प्रवासी लोगों और ग्रामीणों से भी अपील की है कि समाज को बचाने के लिए इस व्यवस्था में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएं.
जिला प्रशासन के अनुमान के अनुसार, जनपद में 4000 लोगों के बाहरी राज्यों और अन्य जिलों से घर वापसी हो सकती है. जिसमें से अभी तक करीब 2500 लोग घर वापसी कर चुके हैं. जिनको मेडिकल चेकअप के बाद गांव में पंचायत और सरकारी विद्यालयों में क्वारंटाइन किया गया है. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रधानों सहित आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स को दी गई है.
साथ ही जिला प्रशासन की ओर से ग्राम विकास अधिकारियों सहित पटवारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह गांव में लगातार निगरानी करेंगे कि क्वारंटाइन में रह रहे लोग सभी नियमों का पालन करें.
पढ़े: उत्तराखंड: होटल व्यवसाय और एडवेंचर स्पोर्ट्स को सरकार का तोहफा
जिला प्रशासन ने बैठक कर निर्णय लिया है कि अन्य जनपदों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग राजकीय इंटर कॉलेज चिन्यालीसौड़ और अन्य राज्यों से आने लोगों की स्क्रीनिंग चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी में की जाएगी. साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेज बौन में 100 बेड का क्वारंटाइन सेंटर तैयार किया जाएगा. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि उनका मुख्य फोकस पंचायत क्वारंटाइन पर है और इसके लिए दो बार गढ़वाली में पत्र लिखकर ग्राम प्रधानों से अपील की गई है.