उत्तरकाशी: लोकतंत्र के महापर्व में हर वर्ग हर उम्र के व्यक्ति ने अपनी भागीदारी उत्साह के साथ निभाई. मतदाताओं ने हर मुश्किल को इस पर्व में छोटा साबित करने का काम किया. ऐसा ही कुछ देखने को मिला समुद्रतल से 3140 मीटर की ऊंचाई पर. जहां 102 साल के रामानंद सरस्वती ने गंगोत्री धाम की कड़ाके ठंड में अपने शिष्य के साथ मतदान करने पहुंचे. 102 वर्षीय रामानंद सरस्वती ने मतदान करने के बाद ETV Bharat से EXCLUSIVE बातचीत की.
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जनपद के प्रथम पोलिंग बूथ गंगोत्री धाम पर ETV Bharat की टीम सबसे पहले पहुंची और गंगोत्री धाम में हो रहे मतदान के ऐतिहासिक क्षणों को कैमरे में कैद किया. आज से पहले गंगोत्री धाम में कभी मतदान नहीं हुआ था. तेज धूप और बर्फीली हवाओं के बीच साधु समाज के हर उम्र के साधु मतदान करने पहुंचे.
मतदान बीच सबसे दिलचस्प क्षण वो था जब अपने मत का प्रयोग करने 102 साल रामानंद सरस्वती एक किमी. पैदल मतदान केंद्र पहुंचे. उन्होंने गर्मजोशी के साथ मतदान किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गंगोत्री धाम में पहली बार मतदान करने अनुभव अतुलनीय है.
रामानंद सरस्वती ने ETV Bharat से बात करते हुए कहा कि वो इससे पहले उन्होंने 5 बार मतदान किया है. उस समय वो तपोवन से धराली या हर्षिल मतदान करने जाते थे. अब उम्र ढलने के कारण वह गंगोत्री धाम में रह रहे हैं. इस बार उन्हें चिंता हो रही थी कि वोट कहां करेंगे. इस बार निर्वाचन आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी ने गंगोत्री में ही मतदान केंद्र बनाया है, जिससे वो इस बार अपने मताधिका का प्रयाग कर सके हैं.