रुद्रपुर: आप अपने घर के पुराने और बेकार सामान से भी घर को नया लुक दे सकते हैं. जी हां! 'देवभूमि एक पहल' संस्था इनदिनों बच्चों और महिलाओं को बेकार पड़े सामान से सजावटी सामान बनाने का हुनर सीखा रही है. बच्चों और महिलाओं द्वारा तैयार किये गए सामानों को ग्राहक काफी पसंद कर रहे हैं, जिससे उन्हें रोजगार भी मिल रहा है.
उधम सिंह नगर जनपद मुख्यालय से संचालित एक एनजीओ गरीब बच्चों को साक्षर ही नहीं बल्कि उनके हुनर को भी तराश रही है. साथ ही आसपास की महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध करा रही है. महिलाओं और बच्चों द्वारा बनाये गए सामान से अच्छी खासी आमदनी भी हो रही है. जिससे बच्चे और महिलाएं काफी खुश नजर आ रही हैं. संस्था द्वारा महिलाओं को बेकार पड़े सामान से घरेलू सजा सज्जा के सामान तैयार करना सिखाया जा रहा है.
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संस्था की अध्यक्ष कोमल शर्मा ने बताया कि कोरोनाकाल में जब लोगों का रोजगार छिन गया था तब उनकी संस्था द्वारा लोगों को रोजगार देने के लिए बेकार पड़े सामान से घर का सजावटी सामान बनाना सिखाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि संस्था ऐसे बच्चों को साक्षर कर काम सीखा रही है, जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं और अन्य जगहों पर मजदूरी करते हैं. इसके अलावा आसपास की महिलाओं को भी ये हुनर सिखाया जा रहा है.
उनके द्वारा तैयार किये गए सामान की मार्केट में मांग बढ़ने लगी है. जिस कारण उन्हें रोजगार भी मिल रहा है. मौजूदा समय मे 40 महिलाएं और कुछ बच्चों को यह हुनर सिखाया जा रहा है. महिलाओं को रोजगार और बच्चों को घर बैठे रोजगार मिलने से वे काफी खुश हैं. बच्चों का कहना है कि पढ़ाई के साथ-साथ वो घर में बेकार पड़े सामान से पॉट तैयार कर रहे हैं. जिसे लोग हाथों-हाथ ले रहे हैं, जिस कारण उनकी आमदनी भी हो रही है.
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संस्था में कार्य कर रही महिलाओं का कहना है कि कोरोनाकाल में रोजगार खत्म होने के बाद अब उन्हें घर मे बेकार सामान में जूट की डिजाइनिंग करने का हुनर मिला है. जिससे वह सामान बनाकर अच्छा खासा पैसा भी कमा लेते हैं.