बाजपुर: नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी में विकास कार्यों में मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है. वीडियो में साफतौर से ठेकेदारों से मिलीभगत कर नगर पंचायत अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी, जेई, एई, लिपिक व वार्ड मेंबर विकास कार्यों का 70 प्रतिशत धनराशि की बंदरबांट करने की बात की गई है. मात्र 30 प्रतिशत धनराशि ही विकास कार्यों में प्रयोग की जाती है. वहीं, यह कमीशनखोरी वाली वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
बाजपुर में एक वीडियो सोशल मीडिया पर ऐसा वायरल हुआ, जिसने भाजपा की जीरो टॉलरेंस वाली सरकार के दावों की हवा निकालती नजर आ रही है. वीडियो भी ऐसा है कि आपने शायद पहले कभी प्रशानिक अधिकारियों का ऐसा कबूलनामा नहीं देखा होगा. वायरल वीडियो में क्षेत्र के होने वाले विकास कार्यों में कमीशनखोरी का कबूलनामा है. वायरल वीडियो में 60 से 70 प्रतिशत कमीशन की बात कही गई है. हालांकि, ये वीडियो 17 जनवरी 2021 को बनाई गई है और 28 फरवरी 2021 को वायरल हुई है.
आपको बता दें कि उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर नगर पंचायत में हो रहे विकास कार्यों में कमीशनखोरी कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर निजी जेब भरने का आरोप लगाया. इस वायरल वीडियो में कार्य करने की एवज में कमीशन की मांग की जा रही है. नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी में विकास कार्यों में मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है.
वहीं, वीडियो में जानकारी दे रहे शख्स नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी के प्रधान लिपिक हैं, जो उनसे बात कर रहें हैं, वह क्षेत्र के समाजसेवी मोहम्मद अकरम हैं, जिन्होंने इस भ्रष्टाचारी का खुलासा किया है. आजकल ये सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रही है. इस वीडियो के कबूलनामे के सूबे में राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की पोल खुलती नजर आ रही है.
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वहीं, उनकी मानें तो ये कदम उन्होंने इसलिए उठाया है क्यों कि सरकारी कार्यालयों में लगातार भ्रष्टाचार दिन-प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है. अधिकतर विकास कार्यों में बंदरबांट के खिलाफ ये वीडियो बनाई है और जब लाख शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इन्होंने ये कदम उठाया है. अब ये वीडियो वायरल हो गयी है, जिससे इनकी सच्चाई जनता और सरकार के सामने आ रही है.
वहीं, जिलाधिकारी उधम सिंह नगर रंजना राजगुरु ने बताया कि एक वीडियो वायरल हो रही है, जो इस वीडियो में बोला गया है, इसकी सत्यता की जांच कराई जाएगी और यदि ये बात सच निकलती है तो इन अधिकारियों पर कठोर से कठोर कर्रवाई की जाएगी.