रुद्रपुर: पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ मनमोहन चौहान पत्रकारों से रूबरू हुए. उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय की पूरी टीम बड़ी मेहनत से काम कर रही है. कुछ समस्याएं हैं. उनका समाधान कर लिया जाएगा. तीन साल के कार्यकाल में देश को बेहतर टेक्नोलॉजी, बीज देने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पलायन को रोकने के लिए भी कार्य किया जाएगा.
बता दें, कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालने के बाद कुलपति डॉ मनमोहन चौहान ने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने पर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है. इसके लिए वह उत्तराखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के आभारी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संसाधनों से आय अर्जित करने के आदेश दिए हैं. संसाधन तब होंगे, जब विश्वविद्यालय में परियोजनाएं आएंगी.
इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR- Indian Council of Agricultural Research) के सहयोग से परियोजनाओं को लाने का कार्य किया जाएगा. इस क्रम में पहला अनुबंध पंत विवि व एनडीआरआई करनाल (National Dairy Research Institute Karnal) के बीच किया जा रहा है, जिसमें डेढ़ करोड़ की सहायता से भैंस के क्लोन पर कार्य किया जाएगा. उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार आर्गेनिक, फर्टिलाइजर युक्त व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.
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साथ ही पहाड़ों के बॉर्डर क्षेत्र में बकरी व भेड़ पालन का प्रशिक्षण देकर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा. पहाड़ से पलायन रोकने में यह प्रयास बहुत करागर सिद्व होगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक तो धन की कमी से जूझ रहा है, दूसरा सड़कों व आवासों की स्थिति दयनीय है. इसके लिए राज्य सरकार से बातचीत चल रही है.