काशीपुरः उत्तरांचल पंजाबी महासभा (Uttaranchal Punjabi Mahasabha) के पदाधिकारियों एवं पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है. पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि विधायक आदेश चौहान (Jaspur MLA Adesh Chauhan) अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. पद का नाजायज फायदा उठाते हुए समझौते का दबाव बना रहे हैं. वहीं, काशीपुर में महानगर कांग्रेस के द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रदेश के डीजीपी के नाम एक ज्ञापन प्रेषित किया गया है. जिसमें जसपुर के विधायक आदेश चौहान के ऊपर किए गए हमले की महानगर कांग्रेस पार्टी काशीपुर के द्वारा निंदा की गई तथा पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की गई है.
ये है पूरा मामलाः जसपुर के कृष्ण कुमार ने जसपुर के ही सुनील कुमार को 1 साल पहले 11 लाख 70 हजार रुपए कैश उधार दिए थे. कुछ समय बाद सुनील कुमार ने 1 लाख 70 हजार रुपए चेक के रूप में वापस किए. लेकिन चेक बाउंस हो गया. आरोप है कि इसके बाद सुनील कुमार रुपए देने में आनाकानी करता रहा. इस दौरान कृष्ण कुमार ने कोर्ट में सुनील कुमार के खिलाफ केस कर दिया. सुनील कुमार जसपुर विधायक का खास समर्थक है, इसलिए मामला विधायक के पास पहुंचा.
बताया जा रहा है कि विधायक आदेश चौहान ने सुखदेव सिंह के माध्यम से कृष्ण कुमार को समझौता करवाने के उद्देश्य से अपने आवास पर बुलवाया. 75 साल के कृष्ण कुमार अपने दिव्यांग भाई मदनलाल व अपने पुत्र अवनीश कुमार के साथ आदेश चौहान के आवास पर पहुंचे. वहां दूसरा पक्ष सुनील कुमार अपने साथियों सहित उपस्थित था. आरोप है कि विधायक ने सुनील कुमार को फायदा पहुंचाने के मकसद से बुजुर्ग एवं दिव्यांग पर नाजायज दबाव बनाया. साथ ही डराने धमकाने की नीयत रखते हुए उनके द्वारा मारपीट कर गाली गलौज कर अपने गनर से झूठी रिपोर्ट लिखवाई.
महासभा ने कहा कि कृष्ण कुमार द्वारा भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है व उनका मेडिकल हुआ है. विधायक अपने राजनीतिक पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. पुलिस अधीक्षक से उन्होंने विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है. वहीं, इस मामले के बाद एसएसपी ने विधायक के गनर को पूछताछ के लिए बुलाया और दूसरा गनर विधायक की सुरक्षा में उपलब्ध कराया.
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गनर से अमानवीय व्यवहारः दूसरी तरफ गनर मामले पर घिरे जसपुर विधायक आदेश चौहान के गनर का वीडियो वायरल हो रहा है. मामले के तहत, जसपुर में बीते 2 दिन पूर्व रुपयों के लेनदेन को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद के बाद विधायक का गनर बदल दिया गया था. अब नए गनर का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है. वीडियो में गनर के साथ अमानवीय व्यवहार की बात सामने आ रही है.
वीडियो में विधायक आवास के बाहर अपनी ड्यूटी कर रहा गनर के लिए बैठने के लिए कुर्सी तक की व्यवस्था नहीं की गई है. गनर के साथ जसपुर विधायक द्वारा इस तरह के अमानवीय व्यवहार के कारण पुलिस कर्मियों ने आक्रोश जताया है.
उधर जसपुर कांग्रेसी विधायक के आवास पर पैसों के लेनदेन को लेकर हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर उत्तरांचल पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर जसपुर विधायक पर गनर के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए निजात दिलाने की मांग की है.
उत्तरांचल पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों एवं पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह से मिलकर वार्ता की. इस दौरान एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह को सौंपा. इस दौरान पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि विधायक आदेश चौहान अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.
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आदेश चौहान और शैलेंद्र सिंघल आमने सामनेः उधमसिंह नगर के जसपुर विधान सभा क्षेत्र में भाजपा के पूर्व विधायक और कांग्रेस विधायक आमने सामने आ गए हैं. दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग जारी है. शनिवार को भाजपा के पूर्व विधायक शैलेंद्र मोहन सिंघल ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस विधायक आदेश चौहान पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद रविवार को कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों का जवाब दिया है.
विधायक आदेश चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक द्वारा कई बेबुनियादी आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा किसी भी खास गनर की मांग नहीं की गई है. एसएसपी द्वारा जो गनर दिया गया है, वही गनर है. उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि पिछले 5 सालों से एक ही गनर उनके पास है. इस पर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि ये सब बात गलत है. उन्होंने कहा कि जब शैलेंद्र मोहन सिंघल विधायक थे तो उनके पास 12 साल तक एक ही गनर रहा, तब नियम क्यों याद नहीं आया. इससे अलावा पूर्व विधायक द्वारा यह भी कहा गया कि मैं अपने गनर से अवैध वसूली कराता हूं. इस पर आदेश चौहान ने कहा कि शैलेंद्र मोहन सिंघल इस बात का प्रमाण दे दें तो मैं आज ही अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा.
विधायक आदेश चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक अपने 14 साल के कार्यकाल के हिसाब दें और मैं अपने साढ़े 5 साल का हिसाब देने को तैयार हूं. उन्होंने पूर्व विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंडित पूर्णानंद तिवारी स्कूल की जमीन सरकारी है, जिस पर पूर्व विधायक के परिवार का कब्जा है. जिसमें बच्चों से कौशल मनी के नाम पर अवैध वसूली की जाती थी. मेरे द्वारा विधानसभा में प्रश्न लगाने के बाद उस साल का साढ़े 14 लाख रुपया वापस किया गया. उससे पहले का पैसा कहां गया, इसका जवाब दें.
आदेश चौहान पर लग चुका है BJP कार्यकर्ताओं को जिंदा जलाने के प्रयास का आरोप: उधमसिंह नगर के जसपुर में मतदान से पहले यानी 13 फरवरी 2022 की रात चुनावी रंजिश का सनसनीखेज मामला सामने आया था. जिसमें जसपुर पुलिस ने तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी आदेश सिंह चौहान (अब विधायक) समेत दो दर्जन समर्थकों के खिलाफ कारों में तोड़फोड़ कर भाजपा समर्थकों को जिंदा जलाने के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने यह मुकदमा जसपुर से भाजपा प्रत्याशी डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल के बेटे सिद्धार्थ मोहन सिंघल की तहरीर पर दर्ज किया था.