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काशीपुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवरों पर विधायक ने लगाई फटकार तो एक्शन में आए अफसर

शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान फ्लाईओवर का काम बंद पड़ा मिला. वहीं, भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए.

काशीपुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवर को लेकर अधिकारियों ने किया निरीक्षण
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Published : Jun 1, 2019, 8:45 PM IST

काशीपुरः निर्माणाधीन फ्लाईओवर को लेकर स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा की नाराजगी के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान चयनित भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए. उधर, निरीक्षण के दौरान रेलवे विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. जिससे मामले पर समाधान नहीं हो पाया.

काशीपुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण करते अधिकारीगण.


बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरों की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई. जिसके बाद आनन-फानन में शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान फ्लाईओवर का काम बंद पड़ा मिला. वहीं, भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए.


बता दें कि बीते साल जनवरी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने काशीपुर में दो फ्लाईओवरों के निर्माण के लिए भूमि पूजन कर इसकी शुरुआत की थी. पहला फ्लाईओवर महाराणा प्रताप चौक और दूसरा रामनगर रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर बनाया जा रहा है. इन फ्लाईओवरों के शुरू होते ही स्थानीय जनता को उम्मीद थी कि उन्हें जल्द जाम के झाम से निजात मिलेगी, लेकिन काम अभी तक अधर में लटक हुआ है.
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शुरुआत में निर्माणाधीन कंपनी ने रामनगर रोड स्थित बनने वाले फ्लाईओवर के काम को तेजी से अंजाम दिया, लेकिन मामला तब उलझ गया, जब अनन्या होटल के पास दिनेश कुमार नाम के एक व्यक्ति ने अपनी भूमि होने का दावा किया. इतना ही नहीं पीड़ित व्यक्ति ने बिना मुआवजा दिए जमीन पर फ्लाईओवर का काम शुरू करने का आरोप लगाया. दिनेश कुमार के आपत्ति जताने पर काम को रोक दिया गया. उधर, इस जमीन के आगे रेलवे विभाग ने अपने ताले लगा रखे हैं, तो कुछ ही दूरी पर एनएच की टीम ने फ्लाईओवर के लिए निशान चिन्हित किया है.

ये भी पढ़ेंः मोदी के दोबारा PM बनते ही उठा राम मंदिर का मुद्दा, लोगों ने की जल्द निर्माण की मांग


उधर, मामले पर पीड़ित पक्ष का कहना है कि जमीन का उचित मुआवजा मिलने के बाद ही अपनी जमीन देंगे, लेकिन अब पेंच ये फंस गया है कि पीड़ित पक्ष को मुआवजा राजस्व विभाग देगा या रेलवे विभाग. बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने फ्लाईओवर को लेकर स्थानीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. जिसमें उन्होंने शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरों की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई. जिसके बाद शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने मौके पर पहुंचकर रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का निरीक्षण किया.


इस दौरान अधिकारियों को फ्लाईओवर का काम बंद मिला. उधर मौके पर रेलवे विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. जिस पर मामले का समाधान नहीं हो सका. वहीं, तहसीलदार विपिन चंद्र पंत का कहना है कि मामले पर रेलवे के अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचना चाहिए था. प्रशासन भूमि के रिकार्ड के आधार पर ही काम करेगी. मामले को जल्द सुलझाकर फ्लाईओवर के काम को दोबारा से शुरू किया जाएगा.

काशीपुरः निर्माणाधीन फ्लाईओवर को लेकर स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा की नाराजगी के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान चयनित भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए. उधर, निरीक्षण के दौरान रेलवे विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. जिससे मामले पर समाधान नहीं हो पाया.

काशीपुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण करते अधिकारीगण.


बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरों की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई. जिसके बाद आनन-फानन में शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान फ्लाईओवर का काम बंद पड़ा मिला. वहीं, भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए.


बता दें कि बीते साल जनवरी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने काशीपुर में दो फ्लाईओवरों के निर्माण के लिए भूमि पूजन कर इसकी शुरुआत की थी. पहला फ्लाईओवर महाराणा प्रताप चौक और दूसरा रामनगर रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर बनाया जा रहा है. इन फ्लाईओवरों के शुरू होते ही स्थानीय जनता को उम्मीद थी कि उन्हें जल्द जाम के झाम से निजात मिलेगी, लेकिन काम अभी तक अधर में लटक हुआ है.
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शुरुआत में निर्माणाधीन कंपनी ने रामनगर रोड स्थित बनने वाले फ्लाईओवर के काम को तेजी से अंजाम दिया, लेकिन मामला तब उलझ गया, जब अनन्या होटल के पास दिनेश कुमार नाम के एक व्यक्ति ने अपनी भूमि होने का दावा किया. इतना ही नहीं पीड़ित व्यक्ति ने बिना मुआवजा दिए जमीन पर फ्लाईओवर का काम शुरू करने का आरोप लगाया. दिनेश कुमार के आपत्ति जताने पर काम को रोक दिया गया. उधर, इस जमीन के आगे रेलवे विभाग ने अपने ताले लगा रखे हैं, तो कुछ ही दूरी पर एनएच की टीम ने फ्लाईओवर के लिए निशान चिन्हित किया है.

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उधर, मामले पर पीड़ित पक्ष का कहना है कि जमीन का उचित मुआवजा मिलने के बाद ही अपनी जमीन देंगे, लेकिन अब पेंच ये फंस गया है कि पीड़ित पक्ष को मुआवजा राजस्व विभाग देगा या रेलवे विभाग. बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने फ्लाईओवर को लेकर स्थानीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. जिसमें उन्होंने शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरों की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई. जिसके बाद शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने मौके पर पहुंचकर रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का निरीक्षण किया.


इस दौरान अधिकारियों को फ्लाईओवर का काम बंद मिला. उधर मौके पर रेलवे विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. जिस पर मामले का समाधान नहीं हो सका. वहीं, तहसीलदार विपिन चंद्र पंत का कहना है कि मामले पर रेलवे के अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचना चाहिए था. प्रशासन भूमि के रिकार्ड के आधार पर ही काम करेगी. मामले को जल्द सुलझाकर फ्लाईओवर के काम को दोबारा से शुरू किया जाएगा.

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काशीपुर में स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा की स्थानीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरो की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताने के बाद अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि स्थानीय प्रशासन और एनएच की ने आनन-फानन में रामनगर रोड स्थित अनन्या होटल के पास बन रहे फ्लाईओवर के बंद पड़े काम को लेकर वहां का दौरा किया इस दौरान तहसीलदार समेत राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप जोक में उलझते नजर आए।




Body:वीओ- आपको बताते चलें कि बीते वर्ष जनवरी 2018 में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा काशीपुर की जनता को जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए में दो फ्लाईओवरो के निर्माण के लिए भूमि पूजन कर इसकी शुरुआत कर दी थी।  शुरुआत में रामनगर रोड स्थित बनने वाले फ्लाईओवर की निर्माणाधीन कंपनी ने तेज गति से फ्लाईओवर के काम को अंजाम दिया लेकिन अनन्या होटल के पास दिनेश कुमार नामक व्यक्ति की जमीन पर बिना उन्हें मुआवजा दिए फ्लाईओवर का काम शुरू कर दिया था जिसके बाद उक्त व्यक्ति के द्वारा आपत्ति जताने पर इसका काम रोक दिया गया। उक्त जमीन के आगे  रेलवे विभाग ने अपने ताला लगा रखे हैं  तो वही उसके कुछ ही दूरी पर  एनएच की टीम ने फ्लाईओवर के लिए निशान चिन्हित किया हुआ है। मामले में पीड़ित पक्ष इस बात पर भी राजी है कि अगर उन्हें  उनकी जमीन का उचित मुआवजा  दे दिया जाए तो वह अपनी जमीन फ्लाईओवर के लिए देने को तैयार हैं  लेकिन अब पीएच यहां फस गया है कि  पीड़ित पक्ष को मुआवजा राजस्व विभाग देगा या रेलवे विभाग। बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा के द्वारा सभी विभागों के कर्मचारियों की ली गई समीक्षा बैठक में दोनों फ्लाईओवरो की मंद पड़ी रफ्तार पर नाराजगी जताने के बाद आज राजस्व विभाग की और एनएच की टीम ने आनन-फानन में अधूरी तैयारियों के साथ फ्लाईओवर के पास की उक्त जमीन का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद काशीपुर के तहसीलदार विपिन चंद्र पंत ने भी माना इस दौरान रेलवे के अधिकारियों को भी मौके पर आना चाहिए था। साथ ही उन्होंने माना कि इस मामले को जल्द ही निपटा दिया जाएगा और फ्लाईओवर का काम तेजी से पुनः शुरू हो जाएगा। 

बाईट- बिपिन चंद्र पंत, तहसीलदार




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