काशीपुर: बीती 13 अगस्त को गदरपुर थाना क्षेत्र में यूपी पुलिस के एक सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसका शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अभी भी आधा दर्जन आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. हत्या के पीछे की वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है.
दरअसल, बीते 13 अगस्त को खालसा ढाबे गदरपुर में तैनात यूपी पुलिस के एक सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. हत्या की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने ढाबे में लगे सीसीटीवी को खंगाला जिसमें पूरी घटना रिकॉर्ड हो गयी थी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों मनोज दुबे और बलजीत सिंह को जेल भेज दिया है और 5 आरोपी अभी फरार हैं.
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आपको बता दें कि 2005 में जनार्दन दुबे ने अपनी पट्टे की डेढ़ एकड़ भूमि दयानंद को बेच दी थ. पट्टे की जमीन बेची नहीं जा सकती है. इसलिए नामजद मनोज दुबे की मां ने कोर्ट में केस कर जमीन को वापस ले लिया था. जबकि इस जमीन को मयंक दुबे ने प्लाट काट कर बेच थी. जिसको लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. बीती 13 अगस्त को मयंक ने एक पंचायत में बुलाई थी. तभी आरोपी मनोज दुबे अपने अन्य साथियों के साथ ढाबे में पहुंचा और मयंक को गोली मार दी. जिससे मयंक की मौके पर ही मौत हो गई थी.