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छात्रवृति घोटाला: 8 और आरोपियों पर FIR, कई प्रबंधक और प्रधानाचार्यों के भी नाम शामिल

उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृति घोटाला मामले में एसआईटी ने 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. मामले में हरियाणा-यूपी के तीन शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य समेत दलालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.

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Published : Jan 6, 2020, 3:09 PM IST

Updated : Jan 6, 2020, 8:07 PM IST

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छात्रवृति घोटाला

उधम सिंह नगर: छात्रवृति घोटाला मामले में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच में SIT ने यूपी हरियाणा के तीन शैक्षिक संस्थानों, बिचौलिया और दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

प्रदेश के सबसे चर्चित घोटालों में से एक दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में पाया गया कि यूपी के सहारनपुर के शाकुंवरी कॉलेज मीरपुर में अध्ययनरत 25 छात्रों में से 19 छात्रों का सत्यापन किया गया था. जांच में 10 छात्रों का सत्यापन गलत पाया गया. दलाल ने पीजीडीएम कोर्स के लिए छात्रों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र ले लिए, लेकिन न ही उन्हें कोई कोर्स कराया न ही छात्रवृत्ति दिलवाई. दलालों ने इनसे छात्रवृति दिलवाने के नाम पर तीन तीन-3 हजार रुपए भी लिए थे.

ये भी पढ़े: नए साल पर देवप्रयाग के 28 गांवों को मिला तोहफा, पूरी हुई वर्षों पुरानी मांग

जांच में पाया गया कि दलालों ने सहारनपुर शाकुंवरी कॉलेज मीरपुर के प्रबंधक से सांठगांठ कर सुनियोजित ढंग से फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति आवंटित कर राज्य सरकार को 18, 41,100 रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई.

क्या है छात्रवृति घोटाला मामला ?

समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2012 से 2013 और वर्ष 2015 से 2016 के बीच उत्तराखंड के शिक्षण संस्थानों में एससी-एसटी और ओबीसी को फीस प्रतिपूर्ति के लिए करोड़ों रुपये दिए थे. लेकिन, यह पैसा छात्रों तक नहीं पहुंचा. घोटाला उजागर होने पर सरकार ने घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी. अब तक एसआईटी छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने पर विभिन्न कॉलेजों के संचालकों को गिरफ्तार कर चुकी है.

इन घोटालेबाज शिक्षण संस्थानों के खिलाफ हुए मुकदमे दर्ज

  • केला खेड़ा स्थित -गंगा कॉलेज ऑफ एजुकेशन औरंगाबाद झज्जर हरियाणा के प्रबंधक राजेंद्र उर्फ राजू पुत्र छोटन निवासी बेरिया दौलत और संस्थान स्वामी गुड्डू उर्फ इरशाद पुत्र बाबू खान निवासी बरखेड़ा पांडे के खिलाफ मुकदमा दर्ज.
  • जसपुर स्थित कृष्णा लॉ कॉलेज महेंद्रगढ़ हरियाणा के प्रबंधक व संचालक चंद्र प्रकाश पुत्र संतोख सिंह निवासी मोहम्मद चौहानान जसपुर, दिग्विजय सिंह पुत्र कौशल सिंह निवासी मंडवा खेड़ा हॉल पंजाबी कॉलोनी जसपुर.
  • जसपुर स्थित राम निहाल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन लोहारी झज्जर हरियाणा के प्रबंधक और संचालक सत्येंद्र कुमार पुत्र उमादत्त निवासी मोहम्मद नत्था सिंह जसपुर, प्रमोद सैनी निवासी निवाड़ मंडी, राव निहाल सिंह ,कॉलेज ऑफ एजुकेशन लोहारी झज्जर हरियाणा प्रबंधक व स्वामी.
  • कुंडा स्थित -शाकुंभरी कॉलेज मीरपुर सहारनपुर के प्रबंधक और संचालक- जगरूप सिंह पुत्र खचेड़ू सिंह,निवासी भरतपुर कुंडा, पवन कुमार- निवासी निवाड़ मंडी जसपुर,तेजपाल सिंह- निवासी अंगदपुर जसपुर,मनोज सिंह -निवासी रुड़की हरिद्वार.

उधम सिंह नगर: छात्रवृति घोटाला मामले में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच में SIT ने यूपी हरियाणा के तीन शैक्षिक संस्थानों, बिचौलिया और दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

प्रदेश के सबसे चर्चित घोटालों में से एक दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में पाया गया कि यूपी के सहारनपुर के शाकुंवरी कॉलेज मीरपुर में अध्ययनरत 25 छात्रों में से 19 छात्रों का सत्यापन किया गया था. जांच में 10 छात्रों का सत्यापन गलत पाया गया. दलाल ने पीजीडीएम कोर्स के लिए छात्रों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र ले लिए, लेकिन न ही उन्हें कोई कोर्स कराया न ही छात्रवृत्ति दिलवाई. दलालों ने इनसे छात्रवृति दिलवाने के नाम पर तीन तीन-3 हजार रुपए भी लिए थे.

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जांच में पाया गया कि दलालों ने सहारनपुर शाकुंवरी कॉलेज मीरपुर के प्रबंधक से सांठगांठ कर सुनियोजित ढंग से फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति आवंटित कर राज्य सरकार को 18, 41,100 रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई.

क्या है छात्रवृति घोटाला मामला ?

समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2012 से 2013 और वर्ष 2015 से 2016 के बीच उत्तराखंड के शिक्षण संस्थानों में एससी-एसटी और ओबीसी को फीस प्रतिपूर्ति के लिए करोड़ों रुपये दिए थे. लेकिन, यह पैसा छात्रों तक नहीं पहुंचा. घोटाला उजागर होने पर सरकार ने घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी. अब तक एसआईटी छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने पर विभिन्न कॉलेजों के संचालकों को गिरफ्तार कर चुकी है.

इन घोटालेबाज शिक्षण संस्थानों के खिलाफ हुए मुकदमे दर्ज

  • केला खेड़ा स्थित -गंगा कॉलेज ऑफ एजुकेशन औरंगाबाद झज्जर हरियाणा के प्रबंधक राजेंद्र उर्फ राजू पुत्र छोटन निवासी बेरिया दौलत और संस्थान स्वामी गुड्डू उर्फ इरशाद पुत्र बाबू खान निवासी बरखेड़ा पांडे के खिलाफ मुकदमा दर्ज.
  • जसपुर स्थित कृष्णा लॉ कॉलेज महेंद्रगढ़ हरियाणा के प्रबंधक व संचालक चंद्र प्रकाश पुत्र संतोख सिंह निवासी मोहम्मद चौहानान जसपुर, दिग्विजय सिंह पुत्र कौशल सिंह निवासी मंडवा खेड़ा हॉल पंजाबी कॉलोनी जसपुर.
  • जसपुर स्थित राम निहाल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन लोहारी झज्जर हरियाणा के प्रबंधक और संचालक सत्येंद्र कुमार पुत्र उमादत्त निवासी मोहम्मद नत्था सिंह जसपुर, प्रमोद सैनी निवासी निवाड़ मंडी, राव निहाल सिंह ,कॉलेज ऑफ एजुकेशन लोहारी झज्जर हरियाणा प्रबंधक व स्वामी.
  • कुंडा स्थित -शाकुंभरी कॉलेज मीरपुर सहारनपुर के प्रबंधक और संचालक- जगरूप सिंह पुत्र खचेड़ू सिंह,निवासी भरतपुर कुंडा, पवन कुमार- निवासी निवाड़ मंडी जसपुर,तेजपाल सिंह- निवासी अंगदपुर जसपुर,मनोज सिंह -निवासी रुड़की हरिद्वार.
Intro:
Summary- प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने यूपी-हरियाणा के तीन शैक्षिक संस्थानों और आठ बिचौलियों, दलालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराये हैं। संस्थानों से जुड़े आठ अज्ञात (प्रबंधक, प्रधानाचार्य और अन्य) के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है।


एंकर- प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने यूपी-हरियाणा के तीन शैक्षिक संस्थानों और आठ बिचौलियों, दलालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराये हैं। संस्थानों से जुड़े आठ अज्ञात (प्रबंधक, प्रधानाचार्य और अन्य) के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है।

Body:वीओ- प्रदेश के सबसे चर्चित घोटालों में से एक दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में पाया गया कि शाकुंवरी कॉलेज मीरपुर, सहारनपुर उप्र में अध्ययनरत कुल 25 छात्रों में से 19 छात्रों का सत्यापन किया गया तो 10 छात्र गलत पाए गए। छात्र रवि कुमार , देवेंद्र कुमार ,अवनीश कुमार,गीता निवासीगण लालपुर कुंंडा, विजय शंकर निवासी मेधावाला जसपुर द्वारा बताया गया कि दलाल जगरूप सिंह निवासी भरतपुर कुंंडा 10 से 15 लड़कों को लेकर रूड़़की गया। दलाल ने पीजीडीएम कोर्स के लिए उनके शैक्षिक प्रमाणपत्र ले लिए। लेकिन न ही उन्हें न कोई कोर्स कराया न ही छात्रवृत्ति दिलवाई। छात्र शंकर सिंह ,कुमकुम, जूली ,राकेश सिंह निवासीगण लालपुर कुंडा ने बताया कि पवन कुमार निवासी निवाड़मंडी जसपुर ने छात्रवृत्ति के नाम पर तीन तीन हजार रुपए लिए। छात्र अभिषेक कुमार निवासी धरमपुर जसपुर ने बताया कि तेजपाल निवासी अंगदपुर मुझे रूड़की ले गया और वहां पर मनोज निवासी रूढ़की से मिलवाया। मनोज ने पीजीडीएम कोर्स करवाने के नाम पर उसके प्रमाण पत्र ले लिए। छात्र प्रदीप कुमार, राजपाल सिंह,गोविंद सिंह,धर्मेंद्र कुमार निवासीगण सुल्तानपुरपटटी, बाजपुर, नवल सिंह निवासी रतनपुरा बाजपुर, बलवीर सिंह, वीरसिंह निवासी दभौरा मुस्तकम,सतपाल सिंह निवासी तालबपुर जसपुर, एवं विजयपाल सिंह निवासी नवलपुर जसपुर के नाम समाज कल्याण विभाग से आवंटित छात्रवृत्ति आवंटन में अनियमितता पाई गई। जांच में पाया गया कि दलाल जगरूप सिंह पुत्र खचेडू सिंह निवासी भरतपुर कुंडा, पवन कुमार निवासी निवाडमंडी, तेजपाल निवासी अंगदपुर जसपुर जनपद उधमसिंह नगर व मनोज निवासी रूड़की ने शाकुंवरी कालेज मीरपुर सहारनपुर के स्वामी, प्रबंधक से सांठगांठ कर सुनियोजित ढंग से पडयंत्र रचकर उक्त छात्रों के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति आवंटित कराकर राज्य सरकार को 18 लाख इकतालिस हजार एक सौ रुपए के राजस्व की हानि पहुंचाई। रविवार की रात थानाध्यक्ष कुंडा राजेश यादव ने एसआइटी के निरीक्षक भीम भास्कर आर्या की तहरीर पर आरोपितों के विरूद्ध संंबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।Conclusion:
Last Updated : Jan 6, 2020, 8:07 PM IST
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