काशीपुर: बाजपुर चीनी मिल प्रशासन द्वारा किसानों का गन्ना समय से नहीं लिए जाने को लेकर किसानों ने चीनी मिल में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने चीनी मिल के चीफ इंजीनियर विनीत जोशी का घेराव भी किया. प्रदर्शनकारियों ने मिल प्रशासन को आठ घंटे की मोहलत देकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, बाजपुर चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ 20 नवंबर को कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने किया था. लेकिन कुछ दिन पेराई सत्र सही चलने के बाद चीनी मिल प्रशासन की व्यवस्था धराशायी हो गई. जिसको लेकर गन्ना किसानों ने चीनी मिल में प्रदर्शन किया और चीनी मिल प्रशासन पर गन्ने को पेराई के लिए जल्द नहीं लिए जाने और जबरन किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया.
इस दौरान किसानों ने चीनी मिल के चीफ इंजीनियर विनीत जोशी का घेराव भी किया. किसानों ने चीनी मिल प्रशासन पर आधी-अधूरी व्यवस्था के साथ चीनी मिल में पेराई सत्र को शुरू करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि 56 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसानों के गन्ने को पेराई के लिए नहीं लिया जा रहा है.
ये भी पढ़ें : लव जिहाद कानून की सायरा बानो ने की वकालत, कहा- उत्तराखंड में भी हो लागू
किसानों ने कहा कि चीनी मिल के बाहर तीन दिन से गन्ना वाहनों में लदा है और जो धूप में सूख रहा है. जिससे किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर 8 घंटे के भीतर उनका गन्ना नहीं लिया गया, तो वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे.