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आपदा राहत कार्य के नाम पर चल रहा अवैध खनन, नींद से जागा प्रशासन

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Published : Aug 4, 2019, 11:03 AM IST

सीमांत क्षेत्र खटीमा में बाढ़ आपदा राहत कार्यों के नाम पर मिट्टी माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत अवैध खनन का कारोबार चल रहा है. लोगों का आरोप है कि खनन माफियाओं द्वारा खनन से निकाली जा रही मिट्टी की सप्लाई ट्रैक्टर, ट्रॉलियों के माध्यम से प्राइवेट कॉलोनियों में की जा रही है.

आपदा राहत कार्य के नाम पर चल रहा अवैध खनन.

खटीमा: उधम सिंह नगर के खटीमा में आपदा राहत कार्यों के नाम पर अवैध मिट्टी खनन का कारोबार चल रहा है. लोगों का आरोप है कि अधिकारियों और माफियाओं की मिलीभगत से खनन की जा रही मिट्टी को प्राइवेट कॉलोनाइजर को बेचा जा रहा है. मामला संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों ने जांच की बात कही है.

आपदा राहत कार्य के नाम पर चल रहा अवैध खनन.

सीमांत क्षेत्र खटीमा में बाढ़ आपदा राहत कार्यों के नाम पर मिट्टी माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत अवैध खनन का कारोबार चल रहा है. स्थानीय प्रशासन द्वारा बारिश के मौसम में आपदा के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की मिट्टी डालने के लिए खनन की अनुमति दी गई है. इस कारण बाढ़ प्रभावित आपदा कार्यों के नाम पर खटीमा की लोहिया हेड रोड पर छोटी नहर से भी खनन शुरू कर दिया गया है. लेकिन, खनन माफियाओं द्वारा खनन से निकाली जा रही मिट्टी की सप्लाई ट्रैक्टर, ट्रॉलियों के माध्यम से प्राइवेट कॉलोनियों में की जा रही है.

ये भी पढ़ें: किन्नर मारपीट मामलाः रजनी रावत गुट ने दी सफाई, दूसरे गुट पर लगाया नियम तोड़ने का आरोप

खनन माफियाओं द्वारा किए जा रहे खनन पर अधिकारी भी चुप्पी साधे नजर आ रहे हैं. मामला प्रकाश में आने के बाद एसडीएम निर्मला बिष्ट ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

खटीमा: उधम सिंह नगर के खटीमा में आपदा राहत कार्यों के नाम पर अवैध मिट्टी खनन का कारोबार चल रहा है. लोगों का आरोप है कि अधिकारियों और माफियाओं की मिलीभगत से खनन की जा रही मिट्टी को प्राइवेट कॉलोनाइजर को बेचा जा रहा है. मामला संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों ने जांच की बात कही है.

आपदा राहत कार्य के नाम पर चल रहा अवैध खनन.

सीमांत क्षेत्र खटीमा में बाढ़ आपदा राहत कार्यों के नाम पर मिट्टी माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत अवैध खनन का कारोबार चल रहा है. स्थानीय प्रशासन द्वारा बारिश के मौसम में आपदा के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की मिट्टी डालने के लिए खनन की अनुमति दी गई है. इस कारण बाढ़ प्रभावित आपदा कार्यों के नाम पर खटीमा की लोहिया हेड रोड पर छोटी नहर से भी खनन शुरू कर दिया गया है. लेकिन, खनन माफियाओं द्वारा खनन से निकाली जा रही मिट्टी की सप्लाई ट्रैक्टर, ट्रॉलियों के माध्यम से प्राइवेट कॉलोनियों में की जा रही है.

ये भी पढ़ें: किन्नर मारपीट मामलाः रजनी रावत गुट ने दी सफाई, दूसरे गुट पर लगाया नियम तोड़ने का आरोप

खनन माफियाओं द्वारा किए जा रहे खनन पर अधिकारी भी चुप्पी साधे नजर आ रहे हैं. मामला प्रकाश में आने के बाद एसडीएम निर्मला बिष्ट ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

Intro:summary- आपदा के कार्यों के नाम पर घोटाले का लगा आरोप। आपदा राहत कार्यो के लिए खनन की जा रही को मोटे दाम पर प्राइवेट कॉलोनाइजर को बेचने का लगा आरोप।

नोट- खबर मेल से भेजी है।

एंकर- आपदा राहत कार्यों के नाम पर अवैध मिट्टी खनन का चल रहा है कारोबार। मीडिया द्वारा मामला उठाए जाने के बाद अधिकारियों ने मामले की जांच करने की कही बात।


Body:वीओ- उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत क्षेत्र खटीमा में बाढ़ आपदा राहत कार्यों के नाम पर मिट्टी माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है अवैध खनन का कारोबार। जिसमें एक और स्थानीय प्रशासन के द्वारा बरसात के मौसम में बढ़ आपदा के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की मिट्टी डालने के लिए खनन की अनुमति दी गई है। जिसके बाद बाढ़ प्रभावित आपदा कार्यो के नाम पर खटीमा की लोहियाहेड रोड पर छोटी नहर से खनन भी शुरू कर दिया गया है। परंतु खनन माफियाओं द्वारा खनन से निकाली जा रही सारी मिट्टी की सप्लाई ट्रैक्टर ट्रालीयो के माध्यम से प्राइवेट कॉलोनियों में की जा रही है। इस कारोबार को स्थानीय अधिकारी मूकदर्शक बनकर देख रहे हैं। मीडिया ने जब यह मामला एसडीम खटीमा के समक्ष उठाया तो उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर जांच कर कार्यवाही कई बात कही है।

बाइट- निर्मला बिष्ट एसडीएम खटीमा


Conclusion:
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