रुद्रपुरः उत्तराखंड में आसमानी आफत अब तक 46 लोगों की जिंदगी लील चुकी है. अभी भी कई लापता बताए जा रहे हैं. आपदा प्रभावित इलाकों में सेना के साथ एसडीआरएफ के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं. इसी कड़ी में रुद्रपुर में एसडीआरएफ ने आपदा पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाया है, जहां पीड़ितों को निःशुल्क भोजन दिया गया.
दरअसल, बीते दिनों रुद्रपुर के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए जलभराव के कारण कई मकान जलमग्न हो गए थे. इन क्षेत्रों से लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है. जहां राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) की ओर रुद्रपुर के शिव नगर में आपदा राहत शिविर लगाया गया. इस शिविर में आपदा प्रभावित लोगों को भोजन बांटा गया. वहीं, शिविर में कई लोगों ने भोजन किया.
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वहीं, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति और सेनानायक एसडीआरएफ नवनीत सिंह आज रुद्रपुर पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य को गति देने के निर्देश दिए. साथ ही आपदा राहत किट बांटने को कहा. इसके अलावा राहत शिविर भी लगाए गए. वहीं, सहायक सेनानायक एसडीआरएफ कमल सिंह पंवार ने अपने पर्यवेक्षण में आसपास के इलाकों में आपदा राहत किट बंटवाई और शिविर में निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की.
गौर हो कि बीती 18 और 19 अक्टूबर को उत्तराखंड में भारी बारिश हुई. भीषण बारिश और बाढ़ के चलते अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है. 11 लोग इस आपदा में अब तक लापता बताए जा रहे हैं. अभी भी चारधाम यात्रा में फंसे 65 लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है.
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खासतौर पर कुमाऊं मंडल में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. नैनीताल और टनकपुर क्षेत्र में आपदा प्रभावितों की मदद के लिए सेना के जवान जुटे हुए हैं. सेना के जवान आपदा में फंसे लोगों के लिए देवदूत साबित हुए. आपदा प्रभावित क्षेत्रों से सेना ने 300 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचा लिया है.