रुद्रपुरः दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच जिला मुख्यालय रुद्रपुर और बाजपुर पहुंच गई है. एसआईटी द्वारा दोनों ब्लॉकों में समाज कल्याण द्वारा ली गई छात्रवृत्ति की जांच तेज कर दी है. पहले दिन एसआईटी ने दोनों ब्लॉकों में 10 छात्रों से पूछताछ की और उनके बयान भी दर्ज किए. अब तक एसआईटी द्वारा 800 से अधिक विद्यार्थियों से पूछताछ की जा चुकी है जिसमें अधिकांश मामले फर्जी पाए गए हैं.
हाईकोर्ट के आदेश पर प्रदेश के 12 जिलों में एसआईटी द्वारा दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की जा रही है. उधम सिंह नगर जिले के जसपुर, बाजपुर और सितारगंज में एसआईटी द्वारा 9 निजी शिक्षण संस्थानों व दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिस पर एसआईटी 6 दलालों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है. वहीं एसआईटी टीम ने रुद्रपुर और गदरपुर में 10 विद्यार्थियों से पूछताछ की है.
एसआईटी जसपुर, बाजपुर, सितारगंज क्षेत्र में 800 से अधिक विद्यार्थियों से पूछताछ कर चुकी है. अब तक की जांच में 450 करोड़ की दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की गई है. जिसमें से एक तिहाई छात्रवृत्ति ही सही पाई गई है.
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एसआईटी ने रुद्रपुर और गदरपुर क्षेत्र में दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच शुरू कर दी है. जांच टीम को दलालों और शिक्षण संस्थानों के खिलाफ अहम सुराग भी मिले हैं. जल्द ही एसआईटी रुद्रपुर और गदरपुर में भी मुकदमे दर्ज करा सकती है.
वहीं एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद एसआईटी का गठन किया गया था. जसपुर, बाजपुर, सितारगंज के बाद अब जांच रुद्रपुर और गदरपुर में शुरू की गई है. अब तक कि जांच में 800 से अधिक छात्रों से 450 करोड़ की जांच की है. जिसमें एक तिहाई ही मामले सही पाए गए हैं, जबकि दो तिहाई मामले फर्जी पाए गए हैं. अब जांच रुद्रपुर ओर बाजपुर में चल रही है. जल्द ही अन्य लोग भी जांच के दायरे में आ सकते हैं.