रुद्रपुर: दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में उधम सिंह नगर की एसआईटी ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले एसआईटी ने 7 शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जिसमें से 4 आरोपियों ने तीन शिक्षण संस्थानों से मिलीभगत कर लाखों रुपये के घोटाले को अंजाम दिया. मामले में 4 आरोपी अभी भी फरार हैं.
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में उधम सिंह नगर में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 दलालों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. जांच के दौरान आरोपियों के तार शिक्षण संस्थानों से जुड़े पाए गए हैं. एसआईटी ने शुक्रवार को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. आरोप है कि गिरफ्तार सभी आरोपियों द्वारा छात्रों को गुमराह कर कागजात हासिल किए गए, जिसके बाद इस कारनामे को अंजाम दिया गया.
जानकारी मिली है कि तीनों आरोपियों के तार ऋषि इंजीनियरिंग कॉलेज मेरठ, ब्राइटलैंड कॉलेज ऑफ एजुकेशन हरियाणा और संदेश कॉलेज ऑफ एजुकेशन हरियाणा से जुड़े हैं. इन कॉलेजों के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम दिग्विजय सिंह निवासी पंजाबी कालोनी जसपुर, उदराज सिंह निवासी बॉस खेड़ा थाना आईटीआई, राजेन्द्र उर्फ राजू निवासी केलाखेड़ा और गुड्डू उर्फ इरसाद निवासी थाना आईटीआई है. जिसमें से दिग्विजय ओर उदराज को जसपुर जबकि राजेंद्र और गुड्डू को बाजपुर टीम ने गिरफ्तार किया है.
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बता दें, उदराज मौजूदा समय में शिक्षक है. तो वहीं, राजेंद्र के पास से एसडीएम की फर्जी मुहर बरामद हुई है. गौरतलब है कि उधम सिंह नगर एसआईटी ने साल 2011 से 2014 छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान 7 शिक्षण संस्थानों के खिलाफ व बिचौलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
वहीं, एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान कई नाम सामने आए हैं. जिसमें से 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि 4 आरोपी फरार चल रहे हैं. जांच में और भी कई नाम सामने आए हैं, जल्द ही उनकी की गिरफ्तारी की जाएगी.