जसपुर: भारतीय सर्वधर्म संसद ने एक नई पहल की है, जिससे सभी धर्मों के लोगों के बीच आपसी सौहार्द बना रहे. ऐसे में मदरसों के वार्षिक जलसों के मंच पर मंदिर के मंहत भी हिंदू-मुस्लिम एकता की इबारत लिखते दिखाई देंगे. इस पहल को पूरा करने के लिए भारतीय सर्वधर्म संसद पूरी तरह से जुट गया है.
गुरुवार को इमाम ऑफ इंडिया के चीफ इमाम व संरक्षक डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी सहित हिंदू धर्म गुरुओं ने देश की हालात पर पर चर्चा की. इस दौरान सभी धर्मगुरुओं को विधायक आदेश चौहान ने शॉल पहनाकर सम्मानित भी किया. वहीं, धर्मगुरुओं ने 'सभी आओ, चलो साथ चलें' का संदेश देते हुए कहा कि भारत में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने के लिए सभी को एक साथ आने की जरूरत है.
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इस मौके पर मौलाना एवं हिंदू धर्मगुरुओं ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सभी धर्मों में इबादत के तरीके से अलग हो सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का है. इसे जिंदा रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया को मोहब्बत का पैगाम देना है. ऐसे में सभी धर्मगुरुओं को अनेकता में एकता की मिसाल पेश करनी है. उन्होंने कहा कि समाज के चंद लोग देश का माहौल खराब कर रहे हैं. जिससे पूरे समाज में नफरत ही नफरत दिखाई दे रही है.