रुद्रपुर: बॉक्सिंग मैच के 5वें दिन महिला एवं पुरुष वर्ग की 40 टीमों के बीच सेमीफाइनल खेला गया. 8 जून से शुरू हुए इस बॉक्सिंग मैच में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के सूबेदार की बेटी नेहा और पानीपत के टैक्सी चालक की बेटी विंका ने रिंग में अपने पंचों का कमाल दिखाकर 13 जून को होने वाले फाइनल मैच में अपनी जगह पक्की कर ली है.
बॉक्सिंग फेडरेशन इंडिया द्वारा उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिला मुख्यालय में यूथ मेन वुमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप कराई जा रही है. 8 जून से 13 जून तक चलने वाले चैंपियनशिप के 5वें दिन 40 टीमों के बीच मुकाबला हुआ. इस मैच में पिथौरागढ़ की नेहा ने रिंग में अपने प्रतिद्वंदी बॉक्सर को धूल चटाते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली.
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नेहा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि उनके पिता आर्मी में सूबेदार की पोस्ट में तैनात हैं. पहाड़ों में लड़कियों को खेलने की आजादी नहीं दी जाती है. इसके बावजूद घर के सभी सदस्यों ने उसका साथ दिया, जिस वजह से वो गोल्ड मेडल के काफी करीब पहुंच गई है. नेहा ने कहा कि गुरुवार वो गोल्ड मेडल जीतकर अपने जिले व उत्तराखंड का नाम रोशन करेगी.
वहीं, पानीपत के छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली विंका ने भी फाइनल में अपनी जगह बनाई है. दो बार इंटरनेशनल मैच खेल चुकी विंका ने रिंग में पंचों का ऐसा कमाल दिखाया की दर्शक तालिया बजाने को मजबूर हो गए. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनके पिता टैक्सी ड्राइवर हैं, जो बॉक्सिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए उनका भरपूर सहयोग करते हैं.
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विंका ने बताया कि शुरू में तो उन्हें बॉक्सिंग खेलते हुए विरोध और दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन, पानीपत के गांव की पहली इंटरनेशन खिलाड़ी बनने के बाद हर किसी ने उन्हें सहयोग देना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को होने वाले फाइनल में वो गोल्ड मेडल हासिल कर अपने माता- पिता का सिर ऊंचा करना चाहती हूं.