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काशीपुर में राकेश टिकैत की तिरंगा यात्रा संपन्न, कहा- रोटी का व्यापार कर रही मोदी सरकार

कृषि कानूनों के विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तराखंड के नानकमत्ता से तिरंगा यात्रा निकाली, जिसका समापन काशीपुर में हुआ. इस दौरान टिकैत ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला.

Rakesh Tikait
तिरंगा यात्रा का काशीपुर में हुआ समापन
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Published : Aug 15, 2021, 10:12 PM IST

Updated : Aug 15, 2021, 10:31 PM IST

काशीपुर: किसान आंदोलन के सूत्रधार किसान नेता राकेश टिकैत ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकाली. तिरंगा यात्रा नानकमत्ता, किच्छा से बाजपुर होते हुए काशीपुर में आकर समाप्त हुई. टिकैत ने काशीपुर के पहले मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में अरदास करने के बाद तिरंगा यात्रा का समापन किया.

काशीपुर में राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तिरंगा यात्रा को किसानों का भरपूर सहयोग मिला है. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर गांव के किसान को सरकार घुमा-फिराकर वापस लाल किले पर छोड़ आई. जिसके बाद स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने उत्तराखंड का रूख किया.

राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को चेताया.

उन्होंने कहा कि सरकार के ऊपर किसानों का दबाव जरूर बनेगा, क्योंकि फसल का रेट गांव वाले ले लेंगे. साथ ही तीनों काले कृषि कानून दिल्ली में धरनारत किसान वापस करवा कर ही दम लेंगे. देश के प्रधानमंत्री के मुताबिक 1 जनवरी 2022 से किसानों को फसल का रेट दोगुना हो जाएगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन का हल नहीं, बल्कि समाधान आर-पार होगा.

ये भी पढ़ें: सोमवार को कैबिनेट की बैठक, सत्र से पहले कई विधेयकों को मिल सकती है मंजूरी

चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव की बात होगी. सरकार पर हमला बोलते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार अब सोने की जगह रोटी का व्यापार करना चाहती है, जिसके लिए दो कंपनियां भी नियुक्त कर दी गई हैं. यह किसानों के ही अनाज का सौदा करेंगे और महंगे दामों पर हमें ही रोटी देंगे.

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों से गलत जगह पेंच फंसाया है, जो किसान अपनी जमीन एक टुकड़ा अपने भाई को नहीं देता. क्या वह सरकार काे अपनी जमीन सौंप देगा. रामपुर में बड़े पैमाने पर गेहूं खरीद में घोटाला हुआ है. 11 हजार किसानों के नाम पर फर्जी खाते खोले गए हैं. हमने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच में खानापूर्ति की जा रही है. सरकार बचने की कोशिश कर रही है. टिकैत ने केन्द्र सरकार को चेताते हुए कहा कि सात साल पहले पीएम मोदी ने 2022 में किसानों की आय दोगुनी कीमत करने की बात कही थी.

उन्होंने कहा कि जनवरी दूर नहीं है और अब किसान भी दोगुने दर पर अपने अनाज बेंचने को तैयार हैं. फैसला सरकार के हाथ में है. उन्होंने कहा कि देश में जगह-जगह जाकर किसान आंदोलन की धार और तेज की जाएगी, जिसके तहत 16 अगस्त को मध्य प्रदेश और उसके बाद तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों का वह दौरा कर किसानों से वार्ता करेंगे.

काशीपुर: किसान आंदोलन के सूत्रधार किसान नेता राकेश टिकैत ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकाली. तिरंगा यात्रा नानकमत्ता, किच्छा से बाजपुर होते हुए काशीपुर में आकर समाप्त हुई. टिकैत ने काशीपुर के पहले मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में अरदास करने के बाद तिरंगा यात्रा का समापन किया.

काशीपुर में राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तिरंगा यात्रा को किसानों का भरपूर सहयोग मिला है. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर गांव के किसान को सरकार घुमा-फिराकर वापस लाल किले पर छोड़ आई. जिसके बाद स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने उत्तराखंड का रूख किया.

राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को चेताया.

उन्होंने कहा कि सरकार के ऊपर किसानों का दबाव जरूर बनेगा, क्योंकि फसल का रेट गांव वाले ले लेंगे. साथ ही तीनों काले कृषि कानून दिल्ली में धरनारत किसान वापस करवा कर ही दम लेंगे. देश के प्रधानमंत्री के मुताबिक 1 जनवरी 2022 से किसानों को फसल का रेट दोगुना हो जाएगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन का हल नहीं, बल्कि समाधान आर-पार होगा.

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चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव की बात होगी. सरकार पर हमला बोलते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार अब सोने की जगह रोटी का व्यापार करना चाहती है, जिसके लिए दो कंपनियां भी नियुक्त कर दी गई हैं. यह किसानों के ही अनाज का सौदा करेंगे और महंगे दामों पर हमें ही रोटी देंगे.

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों से गलत जगह पेंच फंसाया है, जो किसान अपनी जमीन एक टुकड़ा अपने भाई को नहीं देता. क्या वह सरकार काे अपनी जमीन सौंप देगा. रामपुर में बड़े पैमाने पर गेहूं खरीद में घोटाला हुआ है. 11 हजार किसानों के नाम पर फर्जी खाते खोले गए हैं. हमने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच में खानापूर्ति की जा रही है. सरकार बचने की कोशिश कर रही है. टिकैत ने केन्द्र सरकार को चेताते हुए कहा कि सात साल पहले पीएम मोदी ने 2022 में किसानों की आय दोगुनी कीमत करने की बात कही थी.

उन्होंने कहा कि जनवरी दूर नहीं है और अब किसान भी दोगुने दर पर अपने अनाज बेंचने को तैयार हैं. फैसला सरकार के हाथ में है. उन्होंने कहा कि देश में जगह-जगह जाकर किसान आंदोलन की धार और तेज की जाएगी, जिसके तहत 16 अगस्त को मध्य प्रदेश और उसके बाद तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों का वह दौरा कर किसानों से वार्ता करेंगे.

Last Updated : Aug 15, 2021, 10:31 PM IST
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