उधम सिंह नगरः एक और कृषि कानूनों को लेकर किसानों का हल्लाबोल जारी है उधर बीजेपी शासित राज्य प्रदेशों में कृषि कानून को लेकर जागरुकता अभियान चला रहे हैं लेकिन उधम सिंह नगर में यही अभियान सरकार पर भारी पड़ गया. कृषि कानूनों से नाराज किसानों और राजनीतिक संगठनों ने बीजेपी के पदाधिकारियों और मंत्रियों के काफिलों पर हमला किया और विरोध जताया. रुद्रपुर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के काफिले पर चूड़ियां फेंकी तो काशीपुर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प देखने को मिली.
रुद्रपुर- मंत्री अरविंद पांडेय के काफिले पर हमला
सबसे पहले बात करते हैं रुद्रपुर की. आज केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में रुद्रपुर में विपक्षी दलों ने जगह-जगह प्रदर्शन किए. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के काफिले पर भी हमले की कोशिश की गई. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने काफिले पर चूड़ी फेंककर अपना विरोध जताया.
दरअसल, कृषि कानून के समर्थन में केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रियों और विधायकों को सड़कों पर उतार दिया है. उत्तराखंड में खुद केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कमान संभाली हुई है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद मैदान पर हैं और किसानों को कृषि कानूनों को समझाने के लिए जागरुकता रैली निकाल रहे हैं. इस कड़ी में गुरुवार को रुद्रपुर में किसान रैली का आयोजन किया गया था. रैली के बाद शहरभर में ट्रैक्टर रैली करने की भी योजना थी लेकिन विपक्षी दल व किसानों के भारी विरोध को देखते हुये बीजेपी ने रुद्रपुर शहर में निकलने वाली ट्रैक्टर रैली को रद्द कर दिया. वहीं बीजेपी की किसान रैली में भी चंद किसानों नेता ही उपस्थित रहे.
इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे भी कृषि बिल के समर्थन में आयोजित रैली में भाग लेने अपने कार्यालय से निकले. लेकिन जैसे ही वो गदरपुर मुख्य बाजार पहुंचे तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीत ग्रोवर और कांग्रेस नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी ने मंत्री पांडे की गाड़ी पर चूड़ियां फेंककर विरोध जताया. दूसरी ओर विधायक राजकुमार ठुकराल को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. विधायक अपने समर्थकों संग रैली में प्रतिभाग करने के लिए ट्रैक्टरों के साथ विरोध कर रहे लोगों के बीच से गुजरन लगे तभी गुस्साये लोगों ने विधायक पर संतरों से फेंकने शुरू कर दिए.
आम आदमी पार्टी भी रही शामिल
वहीं, रुद्रपुर के गांधी पार्क में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर रैली का विरोध किया. इस दौरान आप के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर ने कहा कि काले कृषि कानून को लेकर तमाम किसान पिछले 18 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. आज किसानों को समर्थन देने की जरूरत है. बीजेपी की किसान रैली में आने वाले लोगो में खनन माफिया और किराए में लाये गए मजदूर हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग रैली में गए है, उन्हें भी चिह्नित कर समझाने का कार्य किया जाएगा.
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काशीपुर- मेयर-पार्षदों की गाड़ी रोकने की कोशिश
वहीं, काशीपुर में कांग्रेस पार्टी और भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने बाजपुर रोड स्थित चैती चौराहे पर एकत्र होकर काले झंडे हाथों में लेकर स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध प्रकट किया. इसके बाद सभी आक्रोशित कांग्रेसी और किसान यूनियन के नेतृत्व में किसान बाजपुर रोड स्थित परमानंदपुर तिराहे पर पहुंचे, जहां रुद्रपुर रैली में भाग लेने जा रहीं काशीपुर नगर निगम की महापौर ऊषा चौधरी समेत अन्य पार्षदों और पार्टी पदाधिकारियों की गाड़ी को जबरदस्ती रोकने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और आक्रोशित किसानों और कांग्रेसियों के बीच काफी धक्का-मुक्की हुई.