रुद्रपुर: सिडकुल स्थित इंटार्क कंपनी में तालाबंदी का नोटिस चस्पा होने के बाद करीब 450 कर्मचारी धरने पर बैठ गए हैं. प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने कहा कि फैक्ट्री पिछले चार सालों से श्रमिकों का उत्पीड़न कर रही है. आवाज उठाने पर गेट में तालाबंदी का नोटिस चस्पा कर दिया गया है. अब श्रमिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. जिसको लेकर आज सभी कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं.
पंतनगर सिडकुल की इंटार्क कंपनी में प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंच गया है. जिसके बाद कंपनी प्रबंधन ने कर्मचारियों द्वारा कार्य नहीं करने से उत्पादन ठप होने की बात कहते हुए कंपनी में अस्थायी तालाबंदी कर दी है. इसका नोटिस भी कंपनी के गेट पर चस्पा कर दिया गया है.
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कंपनी प्रबंधन से सैलरी सहित अन्य मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे कर्मचारियों ने प्रबंधन के फैसले को तानाशाही करार देते हुए इंटार्क मजदूर यूनियन के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि प्रबंधन शिफ्टिंग की तैयारी कर रहा है और इसलिए कर्मचारियों पर बेवजह कार्य नहीं करने के आरोप लगाए जा रहे हैं.
इधर कंपनी के डीजीएम एचआर बीवी श्रीधर का कहना है कि कर्मचारियों के काम नहीं करने से उत्पादन ठप है. इसलिए तालाबंदी जैसा निर्णय लेना पड़ा है. जब तक हालात सामान्य नहीं होते तब तक तालाबंदी जारी रहेगी. इस दौरान कंपनी का किच्छा में प्लांट सुचारू रूप से चल रहा है.