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विधानसभा चुनाव में रैलियों पर लगी रोक तो सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए दल, ऐसी हैं तैयारियां - Role of social media in assembly elections

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. Covid-19 और ओमीक्रॉन (Omicron Variant) की तीसरी लहर (Third Wave) की आशंका को देखते हुए चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक लगाई है, जिसके विकल्प के तौर पर सियासी पार्टियां अपने सोशल मीडिया हैंडल को सक्रिय कर रही हैं.

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सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए दल
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Published : Jan 12, 2022, 6:00 PM IST

Updated : Jan 12, 2022, 9:53 PM IST

काशीपुर: यूपी-उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. इसके बाद से ही सियासी दंगल की शुरुआत भी हो गई है. संभावित प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग की गाइडलाइन के तहत अपनी तैयारी शुरू कर दी है. काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में सोशल मीडिया पर (Role of social media in assembly elections) राजनीतिक दल एक्टिव नजर आ रहे हैं, इसके साथ ही डोर टू डोर जाकर प्रत्याशियों ने अपना जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है.

दरअसल, उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव (uttarakhand assembly election 2022) की तारीखों का ऐलान होने और इस दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए रोड शो, नुक्कड़ सभा, जनसभा पर रोक लगाई गई है. जिसके बाद से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और डिजिटल मीडिया के माध्यम तथा वर्चुअल प्रचार के जरिये नेता, मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए दल

आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी दीपक बाली के मुताबिक, वो शुरुआत से ही डोर टू डोर कन्वेसिंग पर विश्वास करते आये हैं. उसमें महारथ हासिल हैं. साथ ही वर्चुअल और डिजिटल प्रचार का माध्यम काफी अच्छा है जिसके जरिये वो लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि, AAP डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से ऊपर हैं. गारंटी कार्ड को लेकर AAP जनता के बीच पहुंच चुकी है.

पढ़ें- डीडीहाट सीट से चुनाव लड़ सकते हैं हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस ने आलाकमान को भेजा प्रस्ताव

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के टिकट के लिए मजबूत दावेदारी करने वाले और वर्तमान विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे त्रिलोक सिंह चीमा बताते हैं कि, जिस तरह से ओमीक्रोन के मामले बढ़े हैं उस लिहाज से सख्ती बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा आने वाले चुनाव में सोशल मीडिया का अहम रोल होगा. उसको देखते हुए बहुत से विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. भाजपा का अभी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है. अभी पार्टी बेस पर काम चल रहा है. जब पार्टी का प्रत्याशी घोषित होगा उसमें इस लाइन पर काम और मजबूती से होगा.

उधर, भारतीय जनता पार्टी के संभावित दावेदार राम मेहरोत्रा ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है कोरोना काल में सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में सोशल मीडिया के जरिए तथा नेटवर्किंग के जरिए काम किया है. वर्चुअल व्यवस्था बनाई है.

पढ़ें- हरीश रावत बोले- BJP की 'बीमारी' का पता लगते ही कांग्रेस जारी करेगी प्रत्याशियों की लिस्ट

कांग्रेस की प्रदेश सचिव और संभावित दावेदार अलका पाल भी पार्टी को मजबूती प्रदान करने में लगी हुई हैं, जिसके तहत वह डोर तू डोर पार्टी की नीतियों को पहुंचाने में लगी हुईं हैं. उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी प्रखर रही है. कांग्रेस पार्टी ने जितने भी काम आम जनता के लिए आम जनता के सीधे फायदे के लिए और आखिरी पायदान तक के व्यक्ति के लिए किये हैं उसे सोशल मीडिया के माध्यम से डाला जा रहा है.

वहीं, कांग्रेस पार्टी के टिकट के एक और दावेदार आशीष अरोरा बॉबी के मुताबिक काशीपुर ही नहीं बल्कि पूरे काशीपुर में कांग्रेस पार्टी की सरकार आ रही है. कांग्रेस पार्टी सोशल के साथ साथ डिजिटल और वर्चुअल माध्यम से प्रचार में कहीं आगे हैं.

पढ़ें- Uttarakhand Election: बीजेपी सरकार के 5 साल पर व्यापारियों से रायशुमारी, नई सरकार से क्या हैं अपेक्षाएं?

वहीं, देवभूमि उत्तराखंड के क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल के काशीपुर सीट से प्रत्याशी मनोज डोबरियाल ने सीधे तौर पर पिछले बीस साल से विधायक रहे हरभजन सिंह चीमा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा आम जनता से मिलने के बाद उन्हें जनता से मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए स्थानीय विधायक के प्रति प्रतिउत्तर सही नहीं मिल रहा है. बार बार एक ही व्यक्ति लगातार जीत रहा है. लोग विधायक के दर्शन तक नहीं कर पाए हैं. उनके कार्यालय के चक्कर लगा लगाकर थक चुके हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम को सही ठहराया है. उन्होंने कहा आचार संहिता लगते ही सरकार के हाथ बंध जाते हैं.हमारी पार्टी घर घर जाकर मिल रही है. सोशल मीडिया का हमने ज्यादा उपयोग नहीं किया है. सोशल मीडिया हमारे समाज का महत्वपूर्ण अंग बन गया है. समाज में अपना अहम रोल निभा रहा है.

काशीपुर: यूपी-उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. इसके बाद से ही सियासी दंगल की शुरुआत भी हो गई है. संभावित प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग की गाइडलाइन के तहत अपनी तैयारी शुरू कर दी है. काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में सोशल मीडिया पर (Role of social media in assembly elections) राजनीतिक दल एक्टिव नजर आ रहे हैं, इसके साथ ही डोर टू डोर जाकर प्रत्याशियों ने अपना जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है.

दरअसल, उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव (uttarakhand assembly election 2022) की तारीखों का ऐलान होने और इस दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए रोड शो, नुक्कड़ सभा, जनसभा पर रोक लगाई गई है. जिसके बाद से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और डिजिटल मीडिया के माध्यम तथा वर्चुअल प्रचार के जरिये नेता, मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए दल

आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी दीपक बाली के मुताबिक, वो शुरुआत से ही डोर टू डोर कन्वेसिंग पर विश्वास करते आये हैं. उसमें महारथ हासिल हैं. साथ ही वर्चुअल और डिजिटल प्रचार का माध्यम काफी अच्छा है जिसके जरिये वो लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि, AAP डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से ऊपर हैं. गारंटी कार्ड को लेकर AAP जनता के बीच पहुंच चुकी है.

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वहीं, भारतीय जनता पार्टी के टिकट के लिए मजबूत दावेदारी करने वाले और वर्तमान विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे त्रिलोक सिंह चीमा बताते हैं कि, जिस तरह से ओमीक्रोन के मामले बढ़े हैं उस लिहाज से सख्ती बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा आने वाले चुनाव में सोशल मीडिया का अहम रोल होगा. उसको देखते हुए बहुत से विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. भाजपा का अभी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है. अभी पार्टी बेस पर काम चल रहा है. जब पार्टी का प्रत्याशी घोषित होगा उसमें इस लाइन पर काम और मजबूती से होगा.

उधर, भारतीय जनता पार्टी के संभावित दावेदार राम मेहरोत्रा ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है कोरोना काल में सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में सोशल मीडिया के जरिए तथा नेटवर्किंग के जरिए काम किया है. वर्चुअल व्यवस्था बनाई है.

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कांग्रेस की प्रदेश सचिव और संभावित दावेदार अलका पाल भी पार्टी को मजबूती प्रदान करने में लगी हुई हैं, जिसके तहत वह डोर तू डोर पार्टी की नीतियों को पहुंचाने में लगी हुईं हैं. उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी प्रखर रही है. कांग्रेस पार्टी ने जितने भी काम आम जनता के लिए आम जनता के सीधे फायदे के लिए और आखिरी पायदान तक के व्यक्ति के लिए किये हैं उसे सोशल मीडिया के माध्यम से डाला जा रहा है.

वहीं, कांग्रेस पार्टी के टिकट के एक और दावेदार आशीष अरोरा बॉबी के मुताबिक काशीपुर ही नहीं बल्कि पूरे काशीपुर में कांग्रेस पार्टी की सरकार आ रही है. कांग्रेस पार्टी सोशल के साथ साथ डिजिटल और वर्चुअल माध्यम से प्रचार में कहीं आगे हैं.

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वहीं, देवभूमि उत्तराखंड के क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल के काशीपुर सीट से प्रत्याशी मनोज डोबरियाल ने सीधे तौर पर पिछले बीस साल से विधायक रहे हरभजन सिंह चीमा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा आम जनता से मिलने के बाद उन्हें जनता से मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए स्थानीय विधायक के प्रति प्रतिउत्तर सही नहीं मिल रहा है. बार बार एक ही व्यक्ति लगातार जीत रहा है. लोग विधायक के दर्शन तक नहीं कर पाए हैं. उनके कार्यालय के चक्कर लगा लगाकर थक चुके हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम को सही ठहराया है. उन्होंने कहा आचार संहिता लगते ही सरकार के हाथ बंध जाते हैं.हमारी पार्टी घर घर जाकर मिल रही है. सोशल मीडिया का हमने ज्यादा उपयोग नहीं किया है. सोशल मीडिया हमारे समाज का महत्वपूर्ण अंग बन गया है. समाज में अपना अहम रोल निभा रहा है.

Last Updated : Jan 12, 2022, 9:53 PM IST
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