काशीपुर: उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में बीती 8 मार्च को होली के दिन हुई नरेश की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस मामले में पुलिस को एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. हालांकि अभी भी चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं.
एसपी काशीपुर अभय सिंह और सीओ काशीपुर ने आईटीआई थाने में संयुक्त प्रेसवार्ता कर इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बीती 8 मार्च को काशीपुर के आईटीआई थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 9 खड़कपुर देवीपुरा में डीजे पर डांस के दौरान दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. इस झगड़े में 25 साल का नरेश पुत्र चंद्रपाल गंभीर रूप से घायल हो गया था. गंभीर रूप से घायल नरेश को परिजनों आनन-फानन में काशीपुर के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया था.
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पुलिस के मुताबिक जब परिजन नरेश को काशीपुर से मुरादाबाद लेकर जा रहे थे, तभी बीच रास्ते में नरेश ने दम तोड़ दिया था. नरेश की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने काफी हंगामा किया था. वहीं पुलिस ने जैसे-तैसे परिजनों और अन्य लोगों को शांत कराकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
बीती 9 मार्च को पोस्टमॉर्टम हॉउस के बाहर भी परिजनों ने काफी हंगामा किया था, इस दौरान उनकी पुलिस से भी नोकझोंक हो गई थी. हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच में आने से मामला शांत हो गया था. वहीं, आज पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी करते हुए मामले का खुलासा किया.
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एसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों रामस्वरूप के पुत्र महेंद्र और बालकिशन के अलावा विशाल उर्फ विक्की पुत्र ओमप्रकाश, विक्की पुत्र सुरेश और कंचन पुत्र गोपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. उन्होंने ही नरेश के सिर पर डंडा मारा था, जिससे नरेश की मौत हुई थी. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पांच आरोपी फरार चल रहे थे, जिनसे से आज 10 मार्च को एक आरोपी महेंद्र पुत्र रामस्वरूप पुलिस के हाथ आ गया. पुलिस को आरोपी से पास वारदात में प्रयुक्त खून से सना हुआ लकड़ी का डंडा (गैंती का बैंटा) भी बरामद हो गया था.