खटीमा: ग्रामीण क्षेत्र के लिए आवंटित शराब की दुकानों को शहरी क्षेत्र में खोलने को लेकर ग्रामीण जनता लगातार विरोध कर रही है. जिसको लेकर मौके पर पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने शराब के ठेके को बंद कराया. वहीं, तहसीलदार ने कहा कि आम जनता की सहमति से ही शराब की दुकान को खोला जायेगा. उधर, जहां शराब भट्टी को शिफ्ट किया जा रहा है, वहां भी शराब भट्टी को खोलने का विरोध किया जा रहा है. सीमांत क्षेत्र खटीमा वार्ड नबंर दस राजीव नगर निवासियों ने गुरुवार को क्षेत्र में खुली अंग्रेजी और देशी शराब की दुकानों को बंद कराया.
वहीं, क्षेत्रवासियों का आरोप है कि उनके क्षेत्र में खोले जाने वाली अंग्रेजी व देशी शराब की दोनों भट्टियां यहां से 5 किलोमीटर दूर झनकईयां ग्रामीण क्षेत्र के लिए आवंटित हुई है. जबकि, वहां भी लोग शराब की भट्टियों को शिफ्ट किए जाने का विरोध कर रहे हैं. बता दें कि जहां पर यह दोनों शराब की भट्टियां खोली जा रहीं हैं, उस स्थान पर भी स्कूल और मंदिर है. जिसको लेकर वहां पर भी शराब की भट्टियां खुलने का विरोध हो रहा है. सूचना मिलने पर पहुंचे खटीमा तहसीलदार युसूफ अली को क्षेत्रवासियों ने ज्ञापन सौंपा.
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क्षेत्रवासियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में खोले जाने वाली दोनों शराब की भट्टियों का वह विरोध कर रहे हैं. क्योंकि, शराब भट्टियों के पास में ही बच्चों का स्कूल और मंदिर है. साथ ही दोनों शराब भट्टियां ग्रामीण क्षेत्र के लिए आवंटित हुई हैं.वहीं तहसीलदार ने आम जनता को भरोसा दिलाया कि उनकी सहमति से ही क्षेत्र में भटियां खोली जाएगी.