खटीमा: नए मोटर व्हीकल एक्ट में प्रदूषण प्रमाण पत्र को अनिवार्य करने व जुर्माना राशि कई गुना बढ़ाने के बाद प्रदूषण जांच केंद्रों पर लोगों की भीड़ लग रही है. सीमांत क्षेत्र खटीमा में 50 किलोमीटर के एरिया में मात्र एक प्रदूषण जांच केंद्र होने से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
खटीमा में प्रदूषण जांच केंद्र नहीं होने के कारण वाहन चालकों को 15 किमी दूर चंपावत जिले के बनबसा का रुख करना पड़ रहा है. नए मोटर व्हीकल एक्ट में प्रदूषण प्रमाण पत्र की अनिवार्यता और उल्लंघन करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है, जिस वजह से खटीमा में भारी संख्या में लोगों की भीड़ प्रदूषण जांच केंद्रों के बाहर देखी जा सकती है. वहीं लगभग 50 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ बनबसा में एकमात्र जांच केंद्र होने के कारण रोजाना सैकड़ों वाहन चालकों का प्रदूषण जांच केंद्र पर जमावड़ा लग रहता है.
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बनबसा के प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक के अनुसार वह रोजाना 200 से ढाई सौ वाहनों के प्रमाण पत्र बनाने का कार्य कर रहे हैं. वहीं चंपावत जिले के अलावा सीमांत जिले उधम सिंह नगर के लोग भी उनके केंद्र में प्रमाण पत्र बनवाने आ रहे हैं. दूसरी तरफ खटीमा से चंपावत जिले में प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाने को पहुंचे लोग केंद्र में भारी भीड़ होने की वजह से परेशानी होने की बात कह रहे हैं. साथ ही लोगों ने जल्द क्षेत्र में भी शासन-प्रशासन से प्रदूषण जांच केंद्र खुलवाने की मांग कर रहे हैं.