काशीपुर: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ₹1.22 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. डीआईजी कुमाऊं निलेश आनंद भरणे के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू हो गई है.
दरअसल, काशीपुर के मोहल्ला रहमखानी निवासी विशाल अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि उसकी मुलाकात उसके जानकार विजय कुमार ने आरोपी इकबाल से कराई थी. इकबाल लकड़ी का कारोबार करता है और उसकी अफजलगढ़ में मैसर्स उमेर ट्रेडर्स के नाम से एक फर्म है. इकबाल ने विशाल से कहा कि वो लोगों को विदेश में नौकरी लगवाने का काम करता है और उसकी नौकरी भी विदेश में लगा सकता है.
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आरोपी ने विशाल को जाल में फंसाते हुए कहा कि उसकी पढ़ाई-लिखाई अच्छी है और बैंक में काम करने का अनुभव भी है, जिससे उसको हर महीने 10 से 12 लाख रुपए सैलरी मिल जाएगी. इस पूरे काम के लिए इकबाल ने एक करोड़ 25 लाख रुपए का खर्च बताया. ये सुनकर विशाल ने इतने पैसे एक साथ देने में असमर्थता जताई. इकबाल ने किस्तों में पैसे देने की बात कही और पैसे मिलने पर नौकरी लगवाने का पूरा आश्वासन दिया.
इसके बाद आरोपी इकबाल एक दिन उसके घर आया और पासपोर्ट समेत अन्य कागजात ले लिए, साथ ही रुपयों की मांग की. विशाल ने समय-समय पर नकद और आरटीजीएस के जरिए रुपए आरोपी इकबाल को दिए. पूरे एक करोड़ 22 लाख रुपए इकबाल को देने के काफी दिनों बाद भी विशाल की विदेश में नौकरी की बात आगे नहीं बढ़ी और न ही इकबाल ने उसके विदेश जाने के कागजात बनवाए.
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ऐसे में विशाल ने जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी अपनी बात से मुकर गया और विशाल को जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद विशाल अग्रवाल पुलिस के पास पहुंचा और खुद के साथ हुई इस धोखाधड़ी की रिपोर्ट लिखवाई. वहीं, मामले में डीआईजी के निर्देश पर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और जांच की जा रही है.