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रोक के बाद भी भारत में कैसे दाखिल हो रहे नेपाली? बनबसा बॉर्डर पर खुली पोल

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Published : Dec 6, 2020, 4:24 PM IST

Updated : Dec 7, 2020, 7:09 PM IST

नेपाल से लगे बनबसा बॉर्डर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ महिलाएं रोक के बाद भी नेपाल से भारत में प्रवेश कर रही हैं. उत्तराखंड सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुये इस पर एक्शन लेने की बात कही है.

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बनबसा बॉर्डर का वीडियो वायरल.

खटीमाः बनबसा बॉर्डर पर नेपाल से सैकड़ों लोग भारतीय आधार कार्ड के सहारे दाखिल हो रहे हैं. इसकी तस्दीक एक वायरल वीडियो से हो रही है. वायरल वीडियो में दो महिलाएं दिख रही हैं, जिनमें से एक महिला के पास भारतीय आधार कार्ड है और वो अपना मायका दिल्ली में बता रही है. साथ बैठी दूसरी महिला को वो अपनी ननद बता रही है, जिसके पास भारतीय आधार कार्ड नहीं है.

क्या कहते हैं नियम?

कोरोना काल में भारत-नेपाल की सीमा सील होने के बाद भारत सरकार द्वारा उन्हीं नेपाली नागरिकों को प्रवेश देने के आदेश हैं, जिनके पास भारतीय आधार कार्ड हो या वो नेपाली नागरिक जो भारत में अपना इलाज कराना चाहते हैं, इसके लिए उनको नेपाल के जिलाधिकारी से लिखित में परमिशन लेकर भारतीय बॉर्डर पर दिखाना होगा तभी प्रवेश मिलेगा. इन दोनों डॉक्यूमेंट्स के अलावा किसी अन्य डॉक्यूमेंट या किसी भी प्रकार से नेपाली नागरिक का प्रवेश भारत में अवैध है.

वहीं, सामने आये वीडियो में महिला अपना ससुराल नेपाल का बता रही हैं और दिल्ली जाने की बात कह रही हैं. उसके साथ मौजूद महिला व अन्य के पास कोई पहचान पत्र नहीं है. वो इतना कह रहे हैं कि बनबसा बॉर्डर के जरिए वो लोग नेपाल से भारत आए हैं और यहां आने के लिये उन्होंने कस्टम से अनुमति ली है. वीडियो में महिला भारतीय बॉर्डर पर तैनात किसी इंद्रजीत नाम के अधिकारी से परमिशन लिए जाने की बात कह रही है.

बनबसा बॉर्डर का वीडियो वायरल.

अब सवाल ये है कि जब नेपाल के किसी शख्स को भारत आने की अनुमति ही नहीं है तो ऐसे में किस आधार पर इन महिलाओं को बॉर्डर पार करने की इजाजत दी गई. उत्तराखंड सरकार ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई की बात कही है.

पढ़ें- भारत-नेपाल सीमा पर हो रही थी बड़ी चूक, मालूम चला तो सकते में आया प्रशासन

ये है सरकार का पक्ष

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से घुसपैठ को लेकर लगातार केंद्र सरकार और राज्य सरकार सक्रिय है और किसी भी तरह की घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई विषय अगर संज्ञान में आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि, पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. कुछ दिन पहले नेपाल में फर्जी भारतीय आधार कार्ड बनने का मामला चंपावत एसपी ने भी उठाया था और नेपाली पुलिस को सूचना दी थी लेकिन जबतक पुलिस छापेमारी करती फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले फरार हो गये.

गौर हो कि उत्तराखंड की सीमा चीन और नेपाल से लगती है. ऐसे में हमेशा से ही पड़ोसी मित्र देश ने नाते भारत और नेपाल के नागरिकों का एक दूसरे की सीमाओं में आवश्यक कार्यों के चलते आना-जाना लगा रहता है. हालांकि, कोरोना के चलते नियमों में फिलहाल बदलाव किये गए हैं.

खटीमाः बनबसा बॉर्डर पर नेपाल से सैकड़ों लोग भारतीय आधार कार्ड के सहारे दाखिल हो रहे हैं. इसकी तस्दीक एक वायरल वीडियो से हो रही है. वायरल वीडियो में दो महिलाएं दिख रही हैं, जिनमें से एक महिला के पास भारतीय आधार कार्ड है और वो अपना मायका दिल्ली में बता रही है. साथ बैठी दूसरी महिला को वो अपनी ननद बता रही है, जिसके पास भारतीय आधार कार्ड नहीं है.

क्या कहते हैं नियम?

कोरोना काल में भारत-नेपाल की सीमा सील होने के बाद भारत सरकार द्वारा उन्हीं नेपाली नागरिकों को प्रवेश देने के आदेश हैं, जिनके पास भारतीय आधार कार्ड हो या वो नेपाली नागरिक जो भारत में अपना इलाज कराना चाहते हैं, इसके लिए उनको नेपाल के जिलाधिकारी से लिखित में परमिशन लेकर भारतीय बॉर्डर पर दिखाना होगा तभी प्रवेश मिलेगा. इन दोनों डॉक्यूमेंट्स के अलावा किसी अन्य डॉक्यूमेंट या किसी भी प्रकार से नेपाली नागरिक का प्रवेश भारत में अवैध है.

वहीं, सामने आये वीडियो में महिला अपना ससुराल नेपाल का बता रही हैं और दिल्ली जाने की बात कह रही हैं. उसके साथ मौजूद महिला व अन्य के पास कोई पहचान पत्र नहीं है. वो इतना कह रहे हैं कि बनबसा बॉर्डर के जरिए वो लोग नेपाल से भारत आए हैं और यहां आने के लिये उन्होंने कस्टम से अनुमति ली है. वीडियो में महिला भारतीय बॉर्डर पर तैनात किसी इंद्रजीत नाम के अधिकारी से परमिशन लिए जाने की बात कह रही है.

बनबसा बॉर्डर का वीडियो वायरल.

अब सवाल ये है कि जब नेपाल के किसी शख्स को भारत आने की अनुमति ही नहीं है तो ऐसे में किस आधार पर इन महिलाओं को बॉर्डर पार करने की इजाजत दी गई. उत्तराखंड सरकार ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई की बात कही है.

पढ़ें- भारत-नेपाल सीमा पर हो रही थी बड़ी चूक, मालूम चला तो सकते में आया प्रशासन

ये है सरकार का पक्ष

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से घुसपैठ को लेकर लगातार केंद्र सरकार और राज्य सरकार सक्रिय है और किसी भी तरह की घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई विषय अगर संज्ञान में आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि, पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. कुछ दिन पहले नेपाल में फर्जी भारतीय आधार कार्ड बनने का मामला चंपावत एसपी ने भी उठाया था और नेपाली पुलिस को सूचना दी थी लेकिन जबतक पुलिस छापेमारी करती फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले फरार हो गये.

गौर हो कि उत्तराखंड की सीमा चीन और नेपाल से लगती है. ऐसे में हमेशा से ही पड़ोसी मित्र देश ने नाते भारत और नेपाल के नागरिकों का एक दूसरे की सीमाओं में आवश्यक कार्यों के चलते आना-जाना लगा रहता है. हालांकि, कोरोना के चलते नियमों में फिलहाल बदलाव किये गए हैं.

Last Updated : Dec 7, 2020, 7:09 PM IST
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