खटीमा: नेपाल पुलिस ने बनबसा के एक व्यापारी को गिरफ्तार किया है. मामला नेपाल के सरकारी कृषि विकास बैंक से जुड़ा है. इस बैंक से एक साल पहले हैकरों ने लगभग पांच करोड़ रुपए उड़ाए थे, आरोप है कि इस मामले का तार बनबसा के एक व्यापारी से भी जुड़े हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक करीब एक साल पहले नेपाल के सरकारी कृषि विकास बैंक से साइबर ठगों ने हैकिंग के जरिए बैंक से लगभग पांच करोड़ रुपए चोरी किए थे. जब नेपाल पुलिस ने इस मामले की जांच की तो पता चला की हैकरों ने करीब 45 लाख रुपए महेन्द्रनगर निवासी यज्ञराज भट्ट के खाते में ट्रांसफर किए थे. नेपाल पुलिस ने इस मामले में यज्ञराज भट्ट को गिरफ्तार कर लिया था. यज्ञराज भट्ट के कोर्ट में दिए गए बयानों के आधार पर नेपाल पुलिस की टीम ने तीन दिन पहले बनबसा के सुशील गर्ग को गिरफ्तार किया. जिसे नेपाल पुलिस अपने साथ काठमांडू ले गई है.
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नेपाल पुलिस की जांच में सामने आया की हैकरों ने जो पैसे चोरी किए थे, वे उन्होंने श्रवण कुमार श्रेष्ठ, सुनीता श्रेष्ठ, विजय शाह, चंद्र बहादुर बूढ़ा, लुरानी घले तमाड़, रामकुमार भनिने, रामकृष्ण भुषाल, त्रिपुरा, यज्ञराज भट्ट, लेइस घले, लवाड तामाड़, दीपक नेपाल, कैलाश, विकास के बैंक अकाउंट व भारती इंटरप्राइजेज के बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए थे. ट्रांसफर की गई रकम करीब 4 करोड़ 88 लाख 46 हजार रुपए थी. जिसमें नेपाल के महेंद्र नगर के यज्ञराज भट्ट के खाते में लगभग 45 लाख रुपए ट्रांसफर हुआ था. यज्ञराज भट्ट को नेपाल पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
यज्ञराज भट्ट के बयान पर ही नेपाल पुलिस ने बनबसा के व्यापारी सुशील गर्ग को गिरफ्तार किया है. नेपाल पुलिस के अनुसार बनबसा का व्यवसायी अन्नू उर्फ अनुज गर्ग हैकिंग टीम के सम्पर्क में आया था. इस दौरान तीन बार में लगभग 45 लाख रुपए यज्ञराज के खाते में ट्रांसफर कराए, जबकि चालीस लाख रुपए दोनों के बीच हुए अनुबंध के अनुसार यज्ञराज ने अन्नू के बनबसा निवासी सुशील गर्ग को दे दिए थे. चोरी का करीब 40 लाख रुपए बनबसा व्यवसायी चाचा भतीजे के पास पहुंच गया था. इसी तरह करीब साढे तीन करोड़ रुपए भारत के अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए गए.