रुद्रपुर: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की खण्डपीठ ने बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित प्रकरणों के निराकरण हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने आयोग के सदस्यों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. इस दौरान शिविर में कुल 400 समस्याओं के आवेदन प्राप्त हुए. आयोग के सदस्य डॉ. आरजी आनंद ने कहा कि आयोग का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों को बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 और संविधान में निहित अधिनियमों के तहत प्रदत्त अधिकार प्राप्त करने हेतु उन्हें सक्षम बनाना है.
बता दें कि महिला बाल कल्याण मंत्रालय के निर्देशों के आधार पर देशभर में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. कैंप लगाने के पीछे आयोग का मुख्य उद्देश्य बाल अधिकारों की जानकारी लोगों तक पहुचाना है. उत्तराखंड में प्रथम बैंच का आयोजन हरिद्वार जनपद में किया गया था. इसी क्रम में द्वितीय बैंच उधम सिंह नगर जनपद में किया गया. इस दौरान शिविर में जिला चिकित्सालय द्वारा मौके पर विभिन्न रोगों से पीड़ित 45 बच्चों का स्वास्थ्य प्रशिक्षण कर उन्हें आवश्यक उपकरण दिये गए.
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आयोग के सदस्य डॉ. आरजी आनंद ने बताया कि आयोग की मंशा जरुरतमंदों को अधिक से अधिक सहायता दिलाना है. साथ ही बताया कि समस्याओं का निवारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. आयोग की मंशा है कि दुरस्त क्षेत्रों मे भी बैंच का आयोजन किया जाए. ताकि कोई भी असहाय व्यक्ति भारत सरकार द्वारा संचालित बाल संरक्षण योजनाओं से वंचित न रह सके.