खटीमा/नानकमत्ताः उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि इस्तीफे की मांग को लेकर यूपी-उत्तराखंड से हजारों की संख्या में पहुंची सिख संगत और अकाल तख्त अमृतसर द्वारा भेजी गई तीन सदस्यीय कमेटी ने 2 दिन से गुरुद्वारा में डेरा डाल रखा था. जिसके बाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस्तीफा दिया है.
दरअसल 24 जुलाई को सीएम पुष्कर सिंह धामी उधमसिंह नगर दौरे के दौरान नानकमत्ता गुरुद्वारे में दर्शन करने गए थे. सीएम के स्वागत पर स्कूली छात्राओं द्वारा गुरुद्वारे के परिसर में नृत्य किया गया था. इसके अलावा जिस समय सीएम धामी मंत्रियों और विधायकों के साथ नानकमत्ता गुरुद्वारे में मत्था टेकने गए थे, उस समय गुरुद्वारे में गुरबाणी को थोड़ी देर के लिए बंद कर दिया गया था. इस पर कुछ सिख संगठनों द्वारा आपत्ति जताते हुए इसे गुरुद्वारे की मर्यादा का उल्लंघन बताया गया. इसके बाद अकाल तख्त अमृतसर द्वारा 3 सदस्यीय कमेटी का गठन कर पूरे मामले की जांच के लिए नानकमत्ता गुरुद्वारा भेजा गया था.
वहीं मंगलवार से हजारों की संख्या में यूपी-उत्तराखंड की सिख संगत नानकमत्ता गुरुद्वारा में डेरा डाले हुई थी. सिख संगत लगातार नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह और कमेटी के इस्तीफे की मांग कर रही थी. वहीं बुधवार को अमृतसर से जांच के लिए आई 3 सदस्यीय कमेटी के निर्देश पर नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह सहित चार सदस्यीय कमेटी ने अपना इस्तीफा दिया.
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सेवा सिंह और उनके साथी सदस्य 15 दिन के अंदर अपना पक्ष अकाल तख्त अमृतसर में जाकर रखेंगे. जिसके बाद इनके ऊपर अकाल तख्त द्वारा निर्णय लिया जाएगा कि इनको कमेटी से परमानेंट बर्खास्त करना है या दोबारा कमेटी में रखा जाए. हालांकि तब तक नानकमत्ता गुरुद्वारा के 19 डायरेक्टरों में से पर्ची डालकर पांच डायरेक्टरों की एक कमेटी का गठन किया गया है जो नानकमत्ता गुरुद्वारा का प्रबंधन देखेंगे.