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22 सालों में उत्तराखंड में जल गई 545 करोड़ की संपत्ति, 37 हजार से ज्यादा घटनाएं की गई रिकॉर्ड - आग की घटना से बचने के उपाय

उत्तराखंड में 22 सालों में 37 हजार से ज्यादा आग लगने की घटनाएं घटी हैं. इसमें करीब 545 करोड़ से अधिक की संपत्ति राख हो गई जबकि 2 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति को बचाया जा सका.

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Published : Jun 11, 2023, 10:16 AM IST

Updated : Jun 11, 2023, 12:38 PM IST

काशीपुरः अग्निकांड को भयावह घटना बनने से रोकने की अहम जिम्मेदारी अग्निशमन विभाग (फायर ब्रिगेड) की होती है. उत्तराखंड में गर्मियों के सीजन में जंगलों में वनाग्नि की घटना आम हो जाती है. ऐसे में अग्निशमन विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती है. इतना ही नहीं, घर, फैक्ट्री, गोदाम में लगी आग को बुझाने में भी अग्निशमन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान लगा देते है. सूचना का अधिकार (आरटीआई) से जानकारी मिली है कि उत्तराखंड गठन के बाद से अग्निशमन विभाग अभी तक हजारों करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति राख होने से बचा चुका है. इसका खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है.

काशीपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट नदीमुद्दीन के द्वारा मांगी गई सूचना अधिकार के जवाब में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने सूचना दी है. पुलिस मुख्यालय द्वारा दी गई सूचना के तहत साल 2001 से 2022 तक (22 वर्ष) उत्तराखंड में 37 हजार 254 अग्निकांड हुए हैं, जिसमें 545 करोड़ 61 लाख 34 हजार 381 रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है. इन अग्निकांडों में 2 हजार 626 करोड़ 68 लाख 89 हजार 633 रुपए की संपत्ति को बचाया गया है. 2016 से 2022 तक 33 अग्निकांड की घटनाएं झूठी भी पाई गई है.

fire incidents in uttarakhand
उत्तराखंड में 22 सालों में 37 हजार से ज्यादा आग लगने की घटनाएं घटी.
पढ़ें-त्यूणी अग्निकांड: जांच के दौरान सामने आए नए तथ्य, एलपीजी सिलेंडर पर अनभिज्ञता बनी दुर्घटना की वजह

बता दें कि उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में दमकल विभाग का कार्य काफी चुनौतीपूर्ण हैं. क्योंकि दमकल विभाग का कार्यालय जिला मुख्यालय व तहसील मुख्यालय में तैनात है. लेकिन जिन कस्बे में आग लगने की घटनाएं होती हैं, पहाड़ी अंचल होने के कारण दमकल विभाग के वाहनों को वहां पहुंचने में काफी समय लग जाता है. जिससे समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सकता है, जिसकी बानगी अक्सर देखने को मिलती रहती है.

fire incidents in uttarakhand
37 हजार अग्निकांड में 545 करोड़ से अधिक की संपत्ति राख हुई.

वर्षवार आंकड़े

  1. वर्ष 2001 में 630 आग की घटनाओं में 4 करोड़ 12 लाख 18 हजार 334 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 20 करोड़ 7 लाख 60 हजार 665 की संपत्ति को बचाया गया.
  2. वर्ष 2002 में 620 घटनाओं में 2 करोड़ 31 लाख 65 हजार 150 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 13 करोड़ 45 लाख 43 हजार 950 की संपत्ति को बचाया गया.
  3. वर्ष 2003 में 694 घटनाओं में 2 करोड़ 53 लाख 91 हजार 950 की संपत्ति खाक हुई, जबकि 55 करोड़ 73 लाख 98 हजार 300 रुपए की संपत्ति को बचाया गया.
  4. वर्ष 2004 में 823 घटनाओं में 4 करोड़ 79 लाख 14 हजार 460 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 18 करोड़ 66 लाख 77 हजार 940 की संपत्ति को बचाया गया.
  5. वर्ष 2005 में 301 घटनाओं में 12 करोड़ 87 लाख 91 हजार 20 की संपत्ति जल गई. जबकि 57 करोड़ 21 लाख 40 हजार 92 रुपए की संपत्ति को अग्निशमन विभाग ने बचाया.
  6. वर्ष 2006 में 1008 घटनाओं में 17 करोड़ 92 लाख 75 हजार 181 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 62 करोड़ 27 लाख 75 हजार 19 की संपत्ति को बचाया गया.
  7. वर्ष 2007 में 1318 घटनाओं में 11 करोड़ 22 लाख 98 हजार 650 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 89 करोड़ 41 लाख 94 हजार 50 की संपत्ति को बचाया गया.
  8. वर्ष 2008 में 1492 घटनाओं में 12 करोड़ 66 लाख 96 हजार 755 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 63 करोड़ 86 लाख 21 हजार 795 की संपत्ति बचाई गई.
  9. वर्ष 2009 में 2244 घटनाओं में 39 करोड़ 76 लाख 33 हजार 628 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 127 करोड़ 22 लाख 98 हजार 136 की संपत्ति बचाई गई.
  10. वर्ष 2010 में 2135 घटनाओं में 36 करोड़ 53 लाख 23 हजार 942 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 122 करोड़ 4 लाख 34 हजार 766 की संपत्ति को बचाया गया.
  11. वर्ष 2011 में 1580 घटनाओं में 33 करोड़ 73 लाख 15 हजार 419 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 183 करोड़ 52 लाख 70 हजार 334 की संपत्ति बचाई गई.
  12. वर्ष 2012 में 3314 घटनाओं में 53 करोड़ 5 लाख 15 हजार 745 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 214 करोड़ 74 लाख 83 हजार 647 की संपत्ति बचाई गई.
  13. वर्ष 2013 में 1701 घटनाओं में 46 करोड़ 54 लाख 44 हजार 117 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 200 करोड़ 19 लाख 16 हजार 174 की संपत्ति को बचाया गया.
  14. वर्ष 2014 में 1821 घटनाओं में 49 करोड़ 9 लाख 20 हजार 881 संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 177 करोड़ 47 लाख 76 हजार 695 की संपत्ति को बचाया गया.
  15. वर्ष 2015 में 1922 घटनाओं में 39 करोड़ 10 लाख 46 हजार 611 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 214 करोड़ 74 लाख 83 हजार 647 की संपत्ति बचाई गई.
  16. वर्ष 2016 में 2876 घटनाओं में 57 करोड़ 3 लाख 69 हजार 73 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 55 करोड़ 3 लाख 60 हजार 842 की संपत्ति को बचाया गया.
  17. वर्ष 2017 में 2004 घटनाओं में 25 करोड़ 42 लाख 70 हजार 273 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 136 करोड़ 95 लाख 4 हजार 762 की संपत्ति को बचाया गया.
  18. वर्ष 2018 में 2480 घटनाओं में 22 करोड़ 45 लाख 89 हजार 545 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 107 करोड़ 36 लाख 12 हजार 627 की संपत्ति को बचाया.
  19. वर्ष 2019 में 2650 घटनाओं में 17 करोड़ 39 लाख 52 हजार 520 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 167 करोड़ 91 लाख 52 हजार 831 की संपत्ति को बचाया गया.
  20. वर्ष 2020 में 1571 घटनाओं में 14 करोड़ 27 लाख 38 हजार 380 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 109 करोड़ 64 लाख 88 हजार 36 की संपत्ति को बचाया.
  21. वर्ष 2021 में 2246 घटनाओं में 23 करोड़ 88 लाख 15 हजार 375 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 304 करोड़ 34 लाख 82 हजार 910 रुपए की संपत्ति को बचाया गया.
  22. वर्ष 2022 में 1824 घटनाओं में 18 करोड़ 93 लाख 47 हजार 372 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 125 करोड़ 11 लाख 21 हजार 415 रुपए संपत्ति को बचाया गया.
    ये भी पढे़ंः देहरादून अग्निकांड: चार बच्चे जिंदा जल गए, फायर ब्रिगेड के पास पानी नहीं, 'सिस्टम' ऐसे हुआ फेल

काशीपुरः अग्निकांड को भयावह घटना बनने से रोकने की अहम जिम्मेदारी अग्निशमन विभाग (फायर ब्रिगेड) की होती है. उत्तराखंड में गर्मियों के सीजन में जंगलों में वनाग्नि की घटना आम हो जाती है. ऐसे में अग्निशमन विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती है. इतना ही नहीं, घर, फैक्ट्री, गोदाम में लगी आग को बुझाने में भी अग्निशमन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान लगा देते है. सूचना का अधिकार (आरटीआई) से जानकारी मिली है कि उत्तराखंड गठन के बाद से अग्निशमन विभाग अभी तक हजारों करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति राख होने से बचा चुका है. इसका खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है.

काशीपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट नदीमुद्दीन के द्वारा मांगी गई सूचना अधिकार के जवाब में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने सूचना दी है. पुलिस मुख्यालय द्वारा दी गई सूचना के तहत साल 2001 से 2022 तक (22 वर्ष) उत्तराखंड में 37 हजार 254 अग्निकांड हुए हैं, जिसमें 545 करोड़ 61 लाख 34 हजार 381 रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है. इन अग्निकांडों में 2 हजार 626 करोड़ 68 लाख 89 हजार 633 रुपए की संपत्ति को बचाया गया है. 2016 से 2022 तक 33 अग्निकांड की घटनाएं झूठी भी पाई गई है.

fire incidents in uttarakhand
उत्तराखंड में 22 सालों में 37 हजार से ज्यादा आग लगने की घटनाएं घटी.
पढ़ें-त्यूणी अग्निकांड: जांच के दौरान सामने आए नए तथ्य, एलपीजी सिलेंडर पर अनभिज्ञता बनी दुर्घटना की वजह

बता दें कि उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में दमकल विभाग का कार्य काफी चुनौतीपूर्ण हैं. क्योंकि दमकल विभाग का कार्यालय जिला मुख्यालय व तहसील मुख्यालय में तैनात है. लेकिन जिन कस्बे में आग लगने की घटनाएं होती हैं, पहाड़ी अंचल होने के कारण दमकल विभाग के वाहनों को वहां पहुंचने में काफी समय लग जाता है. जिससे समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सकता है, जिसकी बानगी अक्सर देखने को मिलती रहती है.

fire incidents in uttarakhand
37 हजार अग्निकांड में 545 करोड़ से अधिक की संपत्ति राख हुई.

वर्षवार आंकड़े

  1. वर्ष 2001 में 630 आग की घटनाओं में 4 करोड़ 12 लाख 18 हजार 334 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 20 करोड़ 7 लाख 60 हजार 665 की संपत्ति को बचाया गया.
  2. वर्ष 2002 में 620 घटनाओं में 2 करोड़ 31 लाख 65 हजार 150 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 13 करोड़ 45 लाख 43 हजार 950 की संपत्ति को बचाया गया.
  3. वर्ष 2003 में 694 घटनाओं में 2 करोड़ 53 लाख 91 हजार 950 की संपत्ति खाक हुई, जबकि 55 करोड़ 73 लाख 98 हजार 300 रुपए की संपत्ति को बचाया गया.
  4. वर्ष 2004 में 823 घटनाओं में 4 करोड़ 79 लाख 14 हजार 460 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 18 करोड़ 66 लाख 77 हजार 940 की संपत्ति को बचाया गया.
  5. वर्ष 2005 में 301 घटनाओं में 12 करोड़ 87 लाख 91 हजार 20 की संपत्ति जल गई. जबकि 57 करोड़ 21 लाख 40 हजार 92 रुपए की संपत्ति को अग्निशमन विभाग ने बचाया.
  6. वर्ष 2006 में 1008 घटनाओं में 17 करोड़ 92 लाख 75 हजार 181 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 62 करोड़ 27 लाख 75 हजार 19 की संपत्ति को बचाया गया.
  7. वर्ष 2007 में 1318 घटनाओं में 11 करोड़ 22 लाख 98 हजार 650 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 89 करोड़ 41 लाख 94 हजार 50 की संपत्ति को बचाया गया.
  8. वर्ष 2008 में 1492 घटनाओं में 12 करोड़ 66 लाख 96 हजार 755 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 63 करोड़ 86 लाख 21 हजार 795 की संपत्ति बचाई गई.
  9. वर्ष 2009 में 2244 घटनाओं में 39 करोड़ 76 लाख 33 हजार 628 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 127 करोड़ 22 लाख 98 हजार 136 की संपत्ति बचाई गई.
  10. वर्ष 2010 में 2135 घटनाओं में 36 करोड़ 53 लाख 23 हजार 942 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 122 करोड़ 4 लाख 34 हजार 766 की संपत्ति को बचाया गया.
  11. वर्ष 2011 में 1580 घटनाओं में 33 करोड़ 73 लाख 15 हजार 419 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 183 करोड़ 52 लाख 70 हजार 334 की संपत्ति बचाई गई.
  12. वर्ष 2012 में 3314 घटनाओं में 53 करोड़ 5 लाख 15 हजार 745 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 214 करोड़ 74 लाख 83 हजार 647 की संपत्ति बचाई गई.
  13. वर्ष 2013 में 1701 घटनाओं में 46 करोड़ 54 लाख 44 हजार 117 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 200 करोड़ 19 लाख 16 हजार 174 की संपत्ति को बचाया गया.
  14. वर्ष 2014 में 1821 घटनाओं में 49 करोड़ 9 लाख 20 हजार 881 संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 177 करोड़ 47 लाख 76 हजार 695 की संपत्ति को बचाया गया.
  15. वर्ष 2015 में 1922 घटनाओं में 39 करोड़ 10 लाख 46 हजार 611 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 214 करोड़ 74 लाख 83 हजार 647 की संपत्ति बचाई गई.
  16. वर्ष 2016 में 2876 घटनाओं में 57 करोड़ 3 लाख 69 हजार 73 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 55 करोड़ 3 लाख 60 हजार 842 की संपत्ति को बचाया गया.
  17. वर्ष 2017 में 2004 घटनाओं में 25 करोड़ 42 लाख 70 हजार 273 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 136 करोड़ 95 लाख 4 हजार 762 की संपत्ति को बचाया गया.
  18. वर्ष 2018 में 2480 घटनाओं में 22 करोड़ 45 लाख 89 हजार 545 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 107 करोड़ 36 लाख 12 हजार 627 की संपत्ति को बचाया.
  19. वर्ष 2019 में 2650 घटनाओं में 17 करोड़ 39 लाख 52 हजार 520 की संपत्ति का नुकसान हुआ, जबकि 167 करोड़ 91 लाख 52 हजार 831 की संपत्ति को बचाया गया.
  20. वर्ष 2020 में 1571 घटनाओं में 14 करोड़ 27 लाख 38 हजार 380 की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि 109 करोड़ 64 लाख 88 हजार 36 की संपत्ति को बचाया.
  21. वर्ष 2021 में 2246 घटनाओं में 23 करोड़ 88 लाख 15 हजार 375 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 304 करोड़ 34 लाख 82 हजार 910 रुपए की संपत्ति को बचाया गया.
  22. वर्ष 2022 में 1824 घटनाओं में 18 करोड़ 93 लाख 47 हजार 372 की संपत्ति का नुकसान, जबकि 125 करोड़ 11 लाख 21 हजार 415 रुपए संपत्ति को बचाया गया.
    ये भी पढे़ंः देहरादून अग्निकांड: चार बच्चे जिंदा जल गए, फायर ब्रिगेड के पास पानी नहीं, 'सिस्टम' ऐसे हुआ फेल
Last Updated : Jun 11, 2023, 12:38 PM IST
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