सितारगंज: नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) प्रकाश हर्बोला ने अपने दौरे के दौरान प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण किया.प्राइवेट अस्पतालों के निरीक्षण के दौरान टुरना मैक्स सर्जिकल अस्पताल में तमाम खामियां मिली. जांच के दौरान चिकित्सालय के शौचालय स्वयं बीमारियों का केन्द्र बने थे व मेडिकल वेस्ट को निस्तारित करने के लिए लगाया गया ईटीपी प्लांट चलाया ही नहीं जा रहा था. राज्य मंत्री व अधिकारियों ने अस्पताल प्रबंधन को 15 दिन के अंदर व्यवस्थायें दुरुस्त करने के सख्त निर्देश दिए हैं.
बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित नियमों के अनुपालन को लेकर राज्य मंत्री प्रकाश हर्बोला के नेतृत्व में टुरना अस्पताल की स्थलीय जांच व निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल परिसर में लगाया गया ईटीपी प्लांट असंचालित था, जबकि एसटीपी भी नहीं था. वहीं, बायो मेडिकल वेस्ट मात्र तीन तरीके से ही अलग किया जा रहा था. निरीक्षण में यह भी पाया गया कि प्रथम तल में पड़ा बायो मेडिकल वेस्ट नौ नवंबर से वहीं पड़ा था. जिसमें कीड़े तक पड़ गए थे.
स्थलीय निरीक्षण के दौरान राज्य मंत्री ने पाया कि बायो मेडिकल वेस्ट के लिए लाॅगबुक भी मेंटेंन नहीं की गई थी. जिससे बीएमडब्ल्यू को माॅनिटर नहीं किया जा सकता था. इसके अतिरिक्त बीएमडब्ल्यू में लगे कर्मियों के हेल्थ सर्वे व माॅनिटरिंग का कोई रिकॉर्ड भी नहीं पाया गया. राज्य मंत्री व टीम ने इन तमाम खामियों पर आपत्ति जताते हुए निस्तारण के लिए 15 दिन का समय दिया है.
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राज्य मंत्री प्रकाश हर्बोला ने बताया कि अस्पतालों के प्रबंधन को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने चेताया कि यदि व्यवस्थाएं नहीं दुरुस्त की जाएंगी तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.