खटीमा: प्रदेश में जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम चक्र प्रभावित हो रहा है, जिसका सीधा असर प्रवासी पक्षियों पर पड़ रहा है. अमूमन प्रवासी पक्षी फरवरी माह में वापस अपने ठिकानों पर लौटने लगते हैं, लेकिन प्रदेश में बर्फबारी और बारिश के कारण हो रही सर्दी के चलते अभी प्रवासी पक्षी देवभूमि में डेरा डाले हुए हैं.
ग्लोबल वार्मिंग के चलते जहां पूरे देश मे लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है. जिसका सीधा प्रभाव मौसम चक्र पर पड़ रहा है. लिहाजा, मौसम में होने वाले इस अप्रत्याशित परिवर्तन का असर प्रवासी पक्षियों पर भी देखने को मिल रहा है.जहां हर साल प्रवासी पक्षी विदेशों से नवंबर के पहले सप्ताह में उत्तराखण्ड के तराई इलाकों का रुख करते हैं, लेकिन इस बार सर्दी के कारण मार्च में भी पक्षियों का वापस जाना शुरू नहीं हुआ है.
वहीं, वन्य जीव विशेषज्ञ मिराज अहमद ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण ठंड में इजाफा हुआ है. इस कारण विदेशी पक्षी अपने वतन वापसी के समय से 15 से 20 दिन बाद भी यहां नजर आ रहे हैं. जलवायु परिवर्तन ने मौसम चक्र को प्रभावित कर विदेशी पक्षियों को भी प्रभावित करने का काम किया है. जिसका साफ असर प्रवासी पक्षियों में भी देखा जा सकता है.