बाजपुर: इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहे या फिर पैसे वालो का बोलबाला. बाजपुर में जिस हॉस्पिटल को कुछ समय पहले स्वास्थ्य विभाग ने महिला का गलत तरीके से इलाज करने के आरोपी में सील किया तो उसे अस्पताल प्रबंधक ने फिर से खोल दिया, वो भी बिना अनुमति के. ताज्जुब की बात यह है कि ये सब स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे हो रहा है.
बाजपुर में जिस तरह के लाइफ लाइन हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के फिर से खोला गया है, उसे देखकर तो ऐसा ही लगता है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कुछ फर्जी अस्पताल संचालकों के सामने झुकते नजर आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की ये हालत तब है जब प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्रायल की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं.
पढ़ें- 'तीसरी आंख' से होगी हरिद्वार कुंभ मेले की सुरक्षा, 500 से अधिक सर्विलांस कैमरे लगाने की तैयारी
बता दें कि कुछ महीने पहले बाजपुर के लाइफ लाइन हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने सील किया था. हॉस्पिटल प्रबंधन पर आरोप है कि उन्होंने महिला का गलत तरीके से इलाज किया है, लेकिन अब फिर से हॉस्पिटल को खोल दिया गया है. हालांकि, जब इस बारे में सीएमओ डीएस पंचपाल से बात की गई तो उन्होंने सवालों का घूमा फिराकर जवाब दिया है. उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि फर्जी क्लीनिक और अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जहां से जो शिकायत मिल रही है, उसकी जांच कराई जा रही है.