खटीमा: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव-2022 में कुछ ही समय शेष बचा हुआ है. ऐसे में ग्रामीण अपनी कई मांगों को लेकर सामने आए है. उनका कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो वे वोट नहीं डालेंगे. लोका-गोठा गांव के ग्रामीणों ने राजस्व गांव और भूमिधरी का अधिकार गांव तक पक्की सड़क की मांग को लेकर स्थानीय विधायक सौरभ बहुगुणा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही चुनाव तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करने पर वोट नहीं डालने का ऐलान भी किया.
बता दें कि, सितारगंज तहसील में वन भूमि और राजस्व विभाग की भूमि पर पर सालों से लोका-गोठा गांव के ग्रामीण निवास कर रहे हैं. लेकिन अभी तक न तो गांव तक पक्की सड़क बनी है और न ही ग्रामीणों को भूमिधरी का अधिकार मिला है. वहीं, गांव को राजस्व गांव का दर्जा भी नहीं दिया गया है. जिसके चलते ग्रामीण कच्चे घरों में रहने को व कीचड़ युक्त मार्ग पर चलने को मजबूर है. इसके कारण ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है.
इसी कड़ी में सितारगंज तहसील में लोका-गोठा गांव के ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक सौरभ बहुगुणा के खिलाफ के प्रदर्शन कर नारेबाजी की. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि वे विगत 50-60 साल से कच्ची भूमि पर रह रहे हैं. भूमिधरी का अधिकार न होने के कारण व पक्के मकान नहीं बना पा रहे हैं. शहर से उनके गांव तक का मार्ग पक्का नहीं बनाया है. जिससे बरसात के दिनों में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
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ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से उनके गांव को राजस्व ग्राम का दर्जा देने व भूमिधरी का अधिकार देने की मांग की है लेकिवन उनकी मांगों को आज तक पूरा नहीं किया गया. इसलिए उन्होंने फैसला लिया है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया वे इसी तरह वोट नहीं के नारों के साथ प्रदर्शन करते रहेंगे.