काशीपुर: जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर के निर्देश पर काशीपुर में कृषक बन्धु मीटिंग आयोजित की गई. मीटिंग में आए किसानों ने बिना किसी पूर्व सूचना दिए मीटिंग आहूत करने और कम मीटिंग बुलाने का आरोप लगाया. हालांकि पदाधिकारियों ने कहा कि जो किसान इस मीटिंग से वंचित रह गए हैं उन्हें कृषि अधिकारियों द्वारा पूरी जानकारी मुहैया करायी जाएगी.
ऊधम सिंह नगर के जिलाधिकारी रंजना राजगुरू के निर्देश पर काशीपुर में कृषक बन्धु मीटिंग आयोजित हुई. किसानों का कहना था कि यदि उन्हें पूर्व में सूचना दी गई होती तो शायद वो ज्यादा तैयारी के साथ आ पाते और मीटिंग का उद्देश्य भी पूरा होता.
काशीपुर ब्लॉक में जिलाधिकारी राजगुरु ने कृषक बंधु मीटिंग का आयोजन उपजिलाधिकारी गौरव कुमार के नेतृत्व में किया. इस मौके पर उपजिलाधिकारी ने बताया कि मीटिंग में क्षेत्र के सम्मानित कृषक बंधु आमंत्रित किए गए हैं.
इसका उद्देश्य कृषक बन्धुओं की समस्याओं को समझना था. कृषक बंधुओं की बैठक से संबंधित नाराजगी पर उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते उप जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक करना संभव नहीं था. इसलिए इस बैठक को ब्लॉक के सभागार में ही आयोजित किया गया जिसमें अधिक से अधिक कृषक बंधुओं के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हुए बैठक की जा सके.
उप जिलाधिकारी ने यह भी माना कि इस बैठक को बहुत ही कम समय में आयोजित किया गया. इसके बावजूद भी यदि कुछ कृषक बंधु इस मीटिंग में नहीं आ पाए तो इसकी जानकारी कृषि अधिकारी को दे दी जाएगी. उन्होंने बताया कि मीटिंग के दौरान कृषक बंधुओं के द्वारा मंडी में ड्रायर मीटर, धान खरीद के समय मॉइश्चर मीटर, सोलर एनर्जी, स्ट्रे एनिमल्स की समस्या आदि प्रमुख रूप से चर्चा में रहीं.
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हालांकि भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मीटिंग का बहिष्कार करते हुए कहा कि मीटिंग के आयोजन के उद्देश्य के बारे में किसानों को अवगत नहीं कराया गया. भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि कृषक बंधुओं की मीटिंग हर महीने आयोजित किये जाने का नियम है. निरंतर इन मीटिंगों की संख्या कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले में भी यह मीटिंग केवल धान खरीद और गेहूं खरीद के समय दो बार ही आयोजित की जाती है.