काशीपुर: लॉकडाउन 3.0 में मिली छूट के बाद भी पेट्रोल-डीजल की मांग में कमी देखी जा रही है. पेट्रोल पंप स्वामियों का कहना है कि लॉकडाउन के पहले और दूसरे चरण में मांग में करीब 80 प्रतिशत तक की गिरावट आई थी. वहीं, तीसरे चरण में भी पेट्रोल डीजल की मांग में ज्यादा उछाल नहीं आया है. काशीपुर में अभी भी मांग में 50 से 80 प्रतिशत तक की कमी देखी जा रही है. इसकी वजह से पेट्रोल पंप मालिक परेशान हैं.
देशभर में कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के तीसरे चरण में मिली छूट का पेट्रोल पंप की सेल पर कोई खास फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है. पेट्रोल पंप स्वामियों के मुताबिक लॉकडाउन के चलते पेट्रोल डीजल की मांग पर काफी फर्क पड़ा है. पेट्रोल और डीजल की सेल में काफी गिरावट देखी जा रही है.
गौर हो कि मार्च के अंतिम सप्ताह में कोरोना वायरस के चलते शुरू हुए लॉकडाउन के बाद सड़कों पर आवाजाही न के बराबर हो गई. इससे पेट्रोल पंप की सेल में अचानक गिरावट दर्ज की गई. काशीपुर शहर में करीब दर्जनभर पेट्रोल पंप हैं. लॉकडाउन की वजह से डीजल-पेट्रोल की मांग में भारी गिरावट देखी जा रही है.
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रामनगर रोड स्थित चंद्रा पेट्रोल पंप के स्वामी अनुराग गुप्ता के मुताबिक लॉकडाउन के पहले चरण में 14 अप्रैल तक पेट्रोल और डीजल की सेल 80 प्रतिशत तक नीचे गिर गई थी. उस दौरान पेट्रोल डीजल की मांग घटकर 2 हजार लीटर/प्रतिदिन रह गई थी. उसके बाद लॉकडाउन के दूसरे चरण और अब तीसरे चरण में बिक्री 50% रह गई है. अब भी एक दिन में पेट्रोल, डीजल की बिक्री 5 हजार लीटर तक ही हो रही है.
पेट्रोल पंप मालिक अनुराग गुप्ता के मुताबिक आम दिनों में प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की बिक्री 10 से 11 हजार लीटर तक हो जाती थी. वहीं, कृष्णा ऑटोमोबाइल के स्वामी राजीव सारस्वत के मुताबिक बॉर्डर सील होने से पर्यटकों की आवाजाही बंद हो गई है. नैनीताल और रामनगर जिम कॉर्बेट पार्क घूमने आने वाले पर्यटकों की आवाजाही नहीं हो पा रही है. इसकी वजह से पेट्रोल, डीजल की सेल पर काफी फर्क पड़ा है. इसके अलावा स्टोन क्रशर बंद होने तथा फैक्ट्रियां बंद होने से डीजल की सेल पर काफी फर्क पड़ा है.