काशीपुर: आपने आम आदमी को मोदी भक्त होना तो सुना होगा, लेकिन कोई आईएएस अधिकारी मोदी भक्त हो, ऐसा शायद ही सुना हो. हम बात कर रहे हैं काशीपुर के एसडीएम हिमांशु खुराना की. एसडीएम हिमांशु इतने मोदी भक्त हैं कि उन्होंने आचार संहिता लागू होने के बाद भी अपने दफ्तर से मोदी की तस्वीर नहीं हटाई. जब इस बाबत उनसे सवाल पूछा गया तो वो मीडियोकर्मियों को ही धमकाने लगे.
काशीपुर के प्रशासनिक अधिकारियों का तानाशाह रवैया आदर्श आचार संहिता को ठेंगा दिखा रहा है. जिन प्रशासनिक आधिकारियों के कंधों पर आदर्श आचार संहिता को लागू करने की जिम्मेदारी है, वही अधिकारी आचार संहिता का उल्लंघन करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. ऐसे अधिकारियों को चुनाव आयोग के नियमों की जरा भी परवाह नहीं है और चुनाव आयोग के नियमों के उलट कार्य कर रहे हैं.
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दरअसल, चुनाव में मुख्य भूमिका निभाने वाले चुनाव अधिकारी और एसडीम काशीपुर हिमांशु खुराना ने तो आचार संहिता का खुलकर मखौल उड़ाया. उन्होंने अपने कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाकर चुनाव को जमकर प्रभावित किया. एक तरफ जहां आदर्श आचर संहिता के अनुपालन का पाठ पढ़ाया जा रहा है तो दूसरी ओर खुद अधिकारी ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
पूरे चुनाव के दौरान एसडीएम ने कार्यालय में लगी मोदी की तस्वीर नहीं उतारी और अभी भी आचार संहिता लागू होने के बावजूद मोदी भक्ति में डूबे हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में यूपी के वाराणसी से प्रत्याशी भी हैं और उनके क्षेत्र में अभी मतदान नहीं हुआ है. लिहाजा, ऐसी स्थिति में उनकी तस्वीर चुनाव अधिकारी के दफ्तर में होना चुनाव को प्रभावित करने जैसा ही है. जब मीडियाकर्मियों ने इस बाबत एसडीएम से सवाल पूछा तो वो बिफर गए और याद रखने की धमकी देने लगे.
कानूनी विशेषज्ञ नसीमुद्दीन की मानें तो यह आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की परिधि में ही आता है और चुनाव के प्रभावित होने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में नियमानुसार कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही जो अधिकारी चुनाव से जुड़ा हो, वो राजनीतिक रूप से कोई भी प्रचार या प्रमोशन नहीं कर सकता है.
एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी यह कहावत काशीपुर एसडीम हिमांशु खुराना पर सटीक बैठती है. जिन्होंने न केवल आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई, बल्कि सवाल पूछने पर व्यस्तता का हवाला दिया और बाद में मीडियाकर्मियों को याद रखने की धमकी तक दे डाली.