काशीपुर: कुंडा थाना पुलिस ने एक मकान में छापेमारी कर नकली दवाई बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. इस फैक्ट्री से गैर कानूनी तरीके से बनाई गई करोड़ों की नकली दवाईयां और रॉ मैटेरियल बरामद किया है. वहीं, पुलिस टीम ने मौके से 10 लोगों को हिरासत में लिया. मामले का खुलासा पुलिस कप्तान बरिंदरजीत सिंह ने किया.
एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक काशीपुर के निर्देश पर सीओ काशीपुर के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर संदिग्ध व्यक्ति, मादक पदार्थ और अवैध धनराशि की तलाश में कई टीमों का गठन किया गया था. इसी दौरान पुलिस को कुंडा थाना क्षेत्र में स्थित एक घर में फैक्ट्री लगाकर ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवाइयां बनाने की सूचना मिली. सूचना पर कुंडा थाना अध्यक्ष प्रदीप नेगी ने पुलिस बल के साथ जब छापेमारी की तो तो उन्हें मौके पर सिपला और अन्य कंपनियों की नकली दवाओं की बड़ी खेप मिली.
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वहीं, पुलिस को मौके से 14 पेटी यूरिमैक्स डी, 10 सिपला कंपनी के रैपर के कट्टे , 10 कट्टे डाई बेसिस, 6 कट्टे मेड स्टार्च, 2 कट्टे माइक्रो क्रिस्टलाइन सैल्यूकोज, 4 कट्टे मैग्निशियम स्टीरेट, 2 प्लास्टिक की थैली, यूरीमैक्स डी की खुली गोलियां 65 किलो, 16 किलो मैनोसैफ की एक थैली, 51 किलोग्राम वाईक्लेव-25 की दो थैली सहित दवाई बनाने वाली बड़ी मशीनें, उपकरण, 9 प्लास्टिक की थैलियां, 30 किलोग्राम दवाइयां के पिसे हुआ पाउडर की तीन थैली, प्रिंटेड फॉयल के 2 पुलिंदे और होंडा अमेज कार (UK08 AY 8504) बरामद हुई है.
इस नकली दवाइयों के जखीरे की कीमत 2 करोड़ रुपए और फैक्ट्री में लगी हुई मशीनों की कीमत 50 लाख आंकी गई है. पकड़े गए 10 अभियुक्तों ने पुलिस को पूछताछ में अपना नाम विपिन कुमार, सहदेव गुप्ता, देवराज गुप्ता, रविंद्र कुमार, प्रदीप सिंह, वासुदेव, जगमोहन वर्मा, सचिन कुमार, उदित कुमार और पाकेश बताया. पुलिस ने अभियुक्त विपिन कुमार के विरुद्ध थाना भगवानपुर कोतवाली गंगनहर, कोतवाली सिविल लाइन रुड़की और जनपद हरिद्वार में तीन मुकदमे पंजीकृत हैं.