काशीपुर: उधम सिंह नगर की काशीपुर पुलिस की तत्परता ने अपहरण की घटना को नाकाम कर दिया है. पुलिस ने अपहरण की सूचना पर तत्परता दिखाई और फौरन की गई कार्रवाई में 5 बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.
घटना का खुलासा अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने बताया कि दो गाड़ियों से आए पांच बदमाशों ने काशीपुर के मधुबननगर मोहल्ले से फैक्ट्री कर्मचारी दीपक कुमार का अपहरण कर लिया. मोहल्ले की एक महिला ने घटना की सूचना 112 पर दी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाले और उज्जैन क्षेत्र में अलीगंज रोड पर बाली पेट्रोल पंप के पास एक गोदाम से अपहृत दीपक को मुक्त कराते हुए 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
घटना का मास्टरमाइंड मनोज चौधरी और उसकी साथी प्रियंका चौहान अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पांचों अभियुक्तों के कब्जे से दीपक कुमार से लूटे गए 10 हजार रुपए, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और विजिटिंग कार्ड भी बरामद किया है. इसके साथ ही साथ पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तीन में से दो कार को भी बरामद कर लिया है.
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मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के थाना धामपुर के गांव मोजमपुर निवासी शिखा रानी ने पुलिस को तहरीत देते हुए बताया कि उनके पति दीपक कुमार विश्वनाथ पेपर मिल हल्दुआ चौराहा में काम करते हैं. गुरुवार देर शाम दीपक काम से वापस लौट रहे थे, उसी दौरान एक महिला समेत पांच लोगों ने दीपक का अपहरण कर लिया.
शिखा ने बताया कि वह मौके पर मौजूद नहीं थी, उसकी पड़ोसन नूतन चौहान ने फोन पर उसे सूचना दी. नूतन ने ही 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना में प्रयोग की दो गाड़ियां भी पुलिस के कब्जे में हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य अभियुक्त मनोज चौधरी और उसकी साथी महिला प्रियंका चौहान काशीपुर के पेपर मिलों में केमिकल की सप्लाई करते हैं तथा अपना निम्न क्वालिटी के केमिकल की विश्वनाथ पेपर मिल में खरीदारी के लिए दीपक कुमार पर लगातार दबाव बना रहे थे और इसलिए ही उसका अपहरण किया गया.