काशीपुर: बाजपुर नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच करारी टक्कर होती दिखाई दे रही है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं. जहां कांग्रेस चेयरमैन पद पर निवर्तमान गुरजीत सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं, बीजेपी ने राजकुमार पर दांव खेला है. बीजेपी के पैराशूट प्रत्याशी के मैदान में उतरने से ये मुकाबला और भी रोचक बन गया है. साथ ही इस सीट पर बीजेपी के कैबिनेट मंत्रियों यशपाल आर्य और अरविंद पांडे की साख भी दांव पर लगी हुई है.
बता दें कि उत्तराखंड में नगर पालिका के परिसीमन के बाद ही विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद यह मामला हाई कोर्ट में लंबित होने चलते बाजपुर में नगर पालिका चुनाव संपन्न नहीं हो पाये थे. वहीं, अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नगर पालिका चुनाव के आदेश कर दिए हैं. ऐसे में नगर पालिका चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी चुनाव मैदान में जुटे गए हैं.
कांग्रेस ने अपने पूर्व चेयरमैन गुरजीत सिंह को मैदान में उतारकर बीजेपी के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. जिसके बाद प्रदेश बीजेपी ने अपने मंत्रियों की सिफारिफ पर राजकुमार को प्रत्याशी बनाया है. जिससे दोनों ही मंत्रियों की प्रतिष्ठा इस चुनाव से जुड़ चुकी है. कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से उनके द्वारा नगर में लगातार विकास कार्य किये गए हैं.
दोनों ही मंत्रियों के मैदान में आने के बाद इस चुनाव में किसी तरह का फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी का कहना है कि केंद्र के मोदी सरकार और प्रदेश त्रिवेंद्र सरकार की नीतियों का लाभ प्रदेश की जनता को मिला है. ऐसे में वह विकास के नाम पर चुनाव मैदान में वोट मांग रहे हैं.