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पालिका चुनाव में दिग्गजों की साख दांव पर, प्रत्याशियों ने जीत के लिए झोंकी ताकत - Uttarakhand Politics

उत्तराखंड में नगर पालिका के परिसीमन के बाद ही विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद यह मामला हाई कोर्ट में लंबित होने चलते बाजपुर में नगर पालिका चुनाव संपन्न नहीं हो पाये थे. वहीं, अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नगर पालिका चुनाव के आदेश कर दिए हैं.

पालिका चुनाव में दिग्गजों की साख दांव पर.
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Published : Jun 29, 2019, 3:29 PM IST

काशीपुर: बाजपुर नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच करारी टक्कर होती दिखाई दे रही है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं. जहां कांग्रेस चेयरमैन पद पर निवर्तमान गुरजीत सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं, बीजेपी ने राजकुमार पर दांव खेला है. बीजेपी के पैराशूट प्रत्याशी के मैदान में उतरने से ये मुकाबला और भी रोचक बन गया है. साथ ही इस सीट पर बीजेपी के कैबिनेट मंत्रियों यशपाल आर्य और अरविंद पांडे की साख भी दांव पर लगी हुई है.

पालिका चुनाव में दिग्गजों की साख दांव पर.

बता दें कि उत्तराखंड में नगर पालिका के परिसीमन के बाद ही विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद यह मामला हाई कोर्ट में लंबित होने चलते बाजपुर में नगर पालिका चुनाव संपन्न नहीं हो पाये थे. वहीं, अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नगर पालिका चुनाव के आदेश कर दिए हैं. ऐसे में नगर पालिका चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी चुनाव मैदान में जुटे गए हैं.

कांग्रेस ने अपने पूर्व चेयरमैन गुरजीत सिंह को मैदान में उतारकर बीजेपी के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. जिसके बाद प्रदेश बीजेपी ने अपने मंत्रियों की सिफारिफ पर राजकुमार को प्रत्याशी बनाया है. जिससे दोनों ही मंत्रियों की प्रतिष्ठा इस चुनाव से जुड़ चुकी है. कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से उनके द्वारा नगर में लगातार विकास कार्य किये गए हैं.

दोनों ही मंत्रियों के मैदान में आने के बाद इस चुनाव में किसी तरह का फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी का कहना है कि केंद्र के मोदी सरकार और प्रदेश त्रिवेंद्र सरकार की नीतियों का लाभ प्रदेश की जनता को मिला है. ऐसे में वह विकास के नाम पर चुनाव मैदान में वोट मांग रहे हैं.

काशीपुर: बाजपुर नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच करारी टक्कर होती दिखाई दे रही है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं. जहां कांग्रेस चेयरमैन पद पर निवर्तमान गुरजीत सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं, बीजेपी ने राजकुमार पर दांव खेला है. बीजेपी के पैराशूट प्रत्याशी के मैदान में उतरने से ये मुकाबला और भी रोचक बन गया है. साथ ही इस सीट पर बीजेपी के कैबिनेट मंत्रियों यशपाल आर्य और अरविंद पांडे की साख भी दांव पर लगी हुई है.

पालिका चुनाव में दिग्गजों की साख दांव पर.

बता दें कि उत्तराखंड में नगर पालिका के परिसीमन के बाद ही विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद यह मामला हाई कोर्ट में लंबित होने चलते बाजपुर में नगर पालिका चुनाव संपन्न नहीं हो पाये थे. वहीं, अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नगर पालिका चुनाव के आदेश कर दिए हैं. ऐसे में नगर पालिका चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी चुनाव मैदान में जुटे गए हैं.

कांग्रेस ने अपने पूर्व चेयरमैन गुरजीत सिंह को मैदान में उतारकर बीजेपी के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. जिसके बाद प्रदेश बीजेपी ने अपने मंत्रियों की सिफारिफ पर राजकुमार को प्रत्याशी बनाया है. जिससे दोनों ही मंत्रियों की प्रतिष्ठा इस चुनाव से जुड़ चुकी है. कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से उनके द्वारा नगर में लगातार विकास कार्य किये गए हैं.

दोनों ही मंत्रियों के मैदान में आने के बाद इस चुनाव में किसी तरह का फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी का कहना है कि केंद्र के मोदी सरकार और प्रदेश त्रिवेंद्र सरकार की नीतियों का लाभ प्रदेश की जनता को मिला है. ऐसे में वह विकास के नाम पर चुनाव मैदान में वोट मांग रहे हैं.

Intro:स्लग : भाजपा मंत्रियों की इज्जत दांव पर
रिपोर्टर : राजेन्द्र चन्द्रा
स्टेशन : काशीपुर

एंकर : बाजपुर नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच करारी टक्कर होती दिखाई दे रही है। जहाँ दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ चुनाव मैदान में उतार चुके है। देश और प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद बाजपुर में कांग्रेस नगर पालिका चेयरमेन प्रत्याशी ने जीत हासिल करने के लिए जीजान लगा दी है, तो वही भाजपा ने पैराशूट प्रत्याशी के मैदान में उतारने से दोनों मंत्रियों की इज्जत दांव पर लग गई है।

Body:वीओ : बता दे कि उत्तराखंड में नगर पालिका के परिसीमन के बाद विवाद शुरू हो गया था। जिसका नतीजा है कि बाजपुर में नगर पालिका के परिसीमन विवाद के चलते मामला हाईकोर्ट में गया था। जिसके चलते बाजपुर नगर पालिका में चुनाव संपन्न नहीं हो सके थे। हाई कोर्ट द्वारा चुनाव के आदेश होने के बाद प्रदेश सरकार ने चुनाव के आदेश कर दिए हैं। नगर पालिका का चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी मैदान में जुट गए है। कांग्रेस ने अपने पूर्व चेयरमैन गुरजीत सिंह को मैदान में उतारकर भाजपा के सामने चुनोती खड़ी कर दी है तो वही प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों की सिफारिश से पार्टी ने राजकुमार को मैदान में उतारा है। जिससे दोनों मंत्रियों की इज्जत भी भाजपा प्रत्याशी की जीत से जुड़ चुकी है। कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से उनके द्वारा लगातार विकास कार्य किये गए है। दोनों मंत्रियों के मैदान में आने से किसी तरह का चुनाव पर फर्क नही पड़ेगा। वही भाजपा प्रत्याशी केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतिजो के बल पर चुनाव लड़ रहे है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे है।

बाइट : गुरजीत सिंह ............ कांग्रेस प्रत्याशी
बाइट : राजकुमार ............... भाजपा प्रत्याशीConclusion:
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