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अंतर स्थलीय मत्स्यकी कार्यशाला में जुटे देश और विदेश के वैज्ञानिक, मछली पालन पर होगा मंथन - Pantnagar Agricultural University

प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए मत्स्य पालकों को लेकर तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक, शोधकर्ता और किसानों ने प्रतिभाग किया है.

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Published : Feb 17, 2020, 5:13 PM IST

रुद्रपुर: अंतर स्थलीय मत्स्यकी पालन को लेकर पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जो 17 से 20 फरवरी तक चलेगा. कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डॉ. जेके जैन और कुलपति तेज प्रताप ने किया.

कार्यक्रम में देशभर के 250 वैज्ञानिकों के साथ-साथ कनाडा और बांग्लादेश के वैज्ञानिक और शोधकर्ता भी शिरकत कर रहे हैं. कार्यक्रम में 100 से भी अधिक किसान प्रतिभाग कर रहे हैं. वहीं, तीन दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में किसानों को मत्स्य पालन के गुर भी सिखाएं जाएंगे. साथ ही पांच तकनीकी सत्रों में वैज्ञानिकों द्वारा अपने अनुसंधान कार्यों की प्रस्तुति भी दी जाएगी. कार्यक्रम में अंतर स्थलीय मत्स्यकी के विकास पर चर्चा की जाएगी.

कार्यशाला का आयोजन.

ये भी पढ़ें: प्रदेश में फिर करवट बदल सकता है मौसम, बारिश और बर्फबारी का अंदेशा

आईसीएआर डायरेक्टर डॉ. बसंत कुमार ने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए मत्स्य पालकों को लेकर तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें विदेशी के साथ-साथ देशभर के वैज्ञानिकों, शोधकर्ता और किसान प्रतिभाग कर रहे हैं.

रुद्रपुर: अंतर स्थलीय मत्स्यकी पालन को लेकर पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जो 17 से 20 फरवरी तक चलेगा. कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डॉ. जेके जैन और कुलपति तेज प्रताप ने किया.

कार्यक्रम में देशभर के 250 वैज्ञानिकों के साथ-साथ कनाडा और बांग्लादेश के वैज्ञानिक और शोधकर्ता भी शिरकत कर रहे हैं. कार्यक्रम में 100 से भी अधिक किसान प्रतिभाग कर रहे हैं. वहीं, तीन दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में किसानों को मत्स्य पालन के गुर भी सिखाएं जाएंगे. साथ ही पांच तकनीकी सत्रों में वैज्ञानिकों द्वारा अपने अनुसंधान कार्यों की प्रस्तुति भी दी जाएगी. कार्यक्रम में अंतर स्थलीय मत्स्यकी के विकास पर चर्चा की जाएगी.

कार्यशाला का आयोजन.

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आईसीएआर डायरेक्टर डॉ. बसंत कुमार ने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए मत्स्य पालकों को लेकर तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें विदेशी के साथ-साथ देशभर के वैज्ञानिकों, शोधकर्ता और किसान प्रतिभाग कर रहे हैं.

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