रुद्रपुरः पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में तैनात एक कीट वैज्ञानिक अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गईं हैं. यहां पर कीट वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी ने निदेशक शोध पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने निदेशक पर अनदेखी कर उनकी वरिष्ठता खत्म करने का आरोप लगाया है. साथ ही डिपार्टमेंट में जूनियर को परियोजना अधिकारी बनाने की भी बात कही है. वहीं, उनके अनशन के बाद विवि प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर की कीट वैज्ञानिक ने विश्वविद्यालय प्रबंधक पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए बीते तीन दिनों से अनशन पर बैठी हैं. दरअसल, कीट वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी ने निदेशक शोध पर उनसे कनिष्क वैज्ञानिक को दलहन का परियोजना अधिकारी बनाकर उनकी वरिष्ठता खत्म करने का आरोप लगाया है. जिसके बाद वो 10 अगस्त की शाम से प्रशासनिक भवन में अनशन में बैठ गईं. जिसके बाद से ही विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
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डॉ. रुचिरा ने आरोप लगाते हुए बताया कि अखिल भारतीय समन्वित परियोजना में परियोजना अधिकारी की नियुक्ति हेतु कुलपति ने प्रस्तुत नियमों का उल्लंघन किया है. जिसके बाद निदेशक शोध डॉ. एसएन तिवारी ने 5 जुलाई को वरिष्ठ होने के बावजूद उन्हें परियोजना अधिकारी नहीं बनाया गया. बल्कि, कनिष्क वैज्ञानिक डॉ. मीना अग्निहोत्री को परियोजना अधिकारी बनाने के आदेश पारित किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि वो बीते कई हफ्तों से मामले को लेकर लगातार अधिकारियों से शिकायत भी कर चुकी हैं. जिसपर कुलपति ने 9 अगस्त तक समय दिया था, लेकिन उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिसके बाद वो 10 अगस्त की शाम से अनशन पर बैठी हुईं हैं. साथ ही कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तब तक वो अनशन खत्म नहीं करेगी.