रुद्रपुर: प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. एक ऐसा ही मामला रुद्रपुर से सामने आया है. जहां एक युवक को साइबर ठगों ने नौकरी के नाम लाखों का चूना लगाया है. वहीं, युवक ने ठगी का एहसास होने पर पुलिस को इस घना की जानकारी दी है. जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी चार लोगों के खिलाफ धेखाधड़ी का केस दर्जकर मामले की जांच शुरु कर दी है.
रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के भूतबंगला निवासी परवान खान ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है. जिसमें उसने बताया कि उसके पास एक कॉल आया था. जिसमें फोन करने वाले ने प्रस्ताव दिया कि आपको धन कमाने का सुनहरा अवसर दिया जा रहा है. आपको एक सप्ताह में दो दिन तथा एक माह में 8 दिन बड़े घरों की महिलाओं के साथ मीटिंग करनी होगी. वहीं, हर मीटिंग में आपको 25,000 रुपये से 40,000 तक भुगतान किया जायेगा. इसके लिए पंजीकरण व कार्ड बनाने हेतु 870 का भुगतान करने के लिए मैसेज भेजा. जिसमें खाता संचालक का नाम पवन भट्टाचार्य और खाता नंबर अंकित था.
पीडि़त के मुताबिक, उसने जनसेवा केन्द्र के माध्यम से उक्त खाते 870 का भुगतान कर दिया. भुगतान प्राप्त होने पर दोबारा फोन आया कि आपका ज्वाइनिंग लेटर आपको व्हाटसएप पर प्राप्त हो जायेगा. इसके बाद 15,000 का भुगतान उक्त खाते में करना है. ठगी करने वालो ने कहा कि इस भुगतान के प्राप्त होने पर एक मैडम उन्हें लेने आयेगी. परवान ने बताया कि फोन करने वाले के निर्देशानुसार उसने 4000, 4000 एवं 9800 का भुगतान कर दिया. इसके बाद पुनः एक दूसरे नंबर से फोन आया। उसे एक मोबाइल नंबर देकर उस पर बात करने को कहा गया.
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वहीं, जब उस नंबर पर बात की गयी तो एक मैडम ने फोन उठाया और उसने कहा कि मुझसे मिलने के लिए एक होटल बुक करना है, जिसके लिये खाते 30,000 रूपये का भुगतान करना होगा. जो बाद मे उसे वापस हो जायेंगे. जिस पर उसने बैंक खाते में 30,000 का का भुगतान कर दिया. इसके बाद उसी दिन रात्रि 10 बजे फोन आया कि आपको उक्त खाते में 25,000 रुपये और जमा करना है जो होटल में मिलने पर वापस कर दिये जाएंगे. बाद में फोन पर धमकी देने लगे कि भुगतान नहीं किया तो पुलिस पहुंच जायेगी और जेल हो जाएगी.
ऐसे में पीड़ित ने पुलिस के डर से 25,000 का भुगतान उसी खाते में कर दिया. इसके बाद फोन आने लगे कि 38,000 का पुनः भुगतान खाते में नहीं किया तो जमा की गयी धनराशि वापस नहीं होगी और पुलिस कार्यवाही हो जायेगी. पीडि़त ने बताया कि जब बार बार उक्त लोग पुलिस की धमकी देने लगे तो उसे ठगी का अहसास हुआय जिसके बाद उसके द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी.
कोतवाल एनएन पंत ने बताया कि पुलिस ने सर्विलांस से मोबाइल नंबरों की डिटेल निकाली तो ठगों का पता निकल आया. पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी श्यामा खातून पत्नी सुजुदीन, तस्लम मण्डल, रोशनआरा खातून और पवन भट्टाचार्य के खिलाफ संबंधित धराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.