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धनीराम ने 80 साल की उम्र में हाई स्कूल किया पास, पेश की मिसाल - 80 वर्षीय रिटायर्ड सूबेदार मेजर धनीराम

उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में 80 वर्षीय रिटायर्ड सूबेदार मेजर धनीराम ने हाई स्कूल की परीक्षा पास कर सबको किया अचंभित कर दिया है. पेश है समाज के लिए प्रेरणा बने धनीराम पर एक खास रिपोर्ट...

80 years elderly pass high school
80 साल की उम्र में हाई स्कूल पास
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Published : Dec 17, 2019, 7:22 AM IST

Updated : Dec 17, 2019, 11:39 PM IST

खटीमा: अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जुनून है, तो उम्र की बंदिश भी सफल होने से नहीं रोक सकती है. इसी जज्बे और जुनून के साथ खटीमा तहसील के चकरपुर निवासी दानीराम ने 80 साल की उम्र में हाई स्कूल की परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया है. अपने दूसरे प्रयास में सफल हुए धनीराम ने इस बार राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से 60 प्रतिशत अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा को पास किया है.

80 साल की उम्र में हाई स्कूल पास

तीन बेटों और तीन बेटियों के पिता धनीराम जहां सीआरपीएफ में सूबेदार मेजर के पद पर 1995 को रिटायर हुए थे. वहीं, सर्विस के दौरान सिर्फ हाईस्कूल पास न होने की वजह से वह असिस्टेंट कमांडेंट नहीं बन पाए, ऐसे में उन्होंने 80 साल की उम्र में हाईस्कूल की परीक्षा देने की ठान ली और उसमें पास भी हुए. परीक्षा में 500 में से 303 लाकर प्रथम श्रेणी में पास होने पर धनीराम आज बेहद खुश हैं. वहीं, अब वे शिक्षा की अनिवार्यता को लेकर समाज को प्रेरित भी करना चाहते हैं.

यह भी पढ़ें: विजय दिवस: कैप्टन गुरुंग ने बयां की आंखों देखी दास्तां, सुनकर रोंगटे हो जाएंगे खड़े

80 वर्षीय बुजुर्ग धनीराम की सफलता से खुद को गौरवांवित महसूस करने वाले थारू राजकीय इंटर कॉलेज खटीमा के अध्यापक व राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा केंद्र के प्रभारी नरेंद्र रौतेला भी धनीराम के इस जज्बे के कायल हैं. वहीं, धनी राम की सफलता को अन्य लोगों के लिए प्रेरणा देने वाला बता रहे हैं. साथ ही किसी वजह से पढ़ाई छोड़ चुके लोगों को फिर से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

वहीं, नाती-पोतों वाले और पढ़े-लिखे परिवार के मुखिया धनीराम की सफलता से जहां सीमांत क्षेत्र खटीमा के लोगों के लिए बड़ी प्रेरणा बन रही है. 80 साल की उम्र में हाईस्कूल पास करने से धनीराम ने ये साबित कर दिखाया है कि पढ़ने- लिखने की कोई उम्र नहीं होती. सिर्फ जज्बे और जुनून से कोई भी सफलता प्राप्त की जा सकती है.

खटीमा: अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जुनून है, तो उम्र की बंदिश भी सफल होने से नहीं रोक सकती है. इसी जज्बे और जुनून के साथ खटीमा तहसील के चकरपुर निवासी दानीराम ने 80 साल की उम्र में हाई स्कूल की परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया है. अपने दूसरे प्रयास में सफल हुए धनीराम ने इस बार राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से 60 प्रतिशत अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा को पास किया है.

80 साल की उम्र में हाई स्कूल पास

तीन बेटों और तीन बेटियों के पिता धनीराम जहां सीआरपीएफ में सूबेदार मेजर के पद पर 1995 को रिटायर हुए थे. वहीं, सर्विस के दौरान सिर्फ हाईस्कूल पास न होने की वजह से वह असिस्टेंट कमांडेंट नहीं बन पाए, ऐसे में उन्होंने 80 साल की उम्र में हाईस्कूल की परीक्षा देने की ठान ली और उसमें पास भी हुए. परीक्षा में 500 में से 303 लाकर प्रथम श्रेणी में पास होने पर धनीराम आज बेहद खुश हैं. वहीं, अब वे शिक्षा की अनिवार्यता को लेकर समाज को प्रेरित भी करना चाहते हैं.

यह भी पढ़ें: विजय दिवस: कैप्टन गुरुंग ने बयां की आंखों देखी दास्तां, सुनकर रोंगटे हो जाएंगे खड़े

80 वर्षीय बुजुर्ग धनीराम की सफलता से खुद को गौरवांवित महसूस करने वाले थारू राजकीय इंटर कॉलेज खटीमा के अध्यापक व राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा केंद्र के प्रभारी नरेंद्र रौतेला भी धनीराम के इस जज्बे के कायल हैं. वहीं, धनी राम की सफलता को अन्य लोगों के लिए प्रेरणा देने वाला बता रहे हैं. साथ ही किसी वजह से पढ़ाई छोड़ चुके लोगों को फिर से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

वहीं, नाती-पोतों वाले और पढ़े-लिखे परिवार के मुखिया धनीराम की सफलता से जहां सीमांत क्षेत्र खटीमा के लोगों के लिए बड़ी प्रेरणा बन रही है. 80 साल की उम्र में हाईस्कूल पास करने से धनीराम ने ये साबित कर दिखाया है कि पढ़ने- लिखने की कोई उम्र नहीं होती. सिर्फ जज्बे और जुनून से कोई भी सफलता प्राप्त की जा सकती है.

Intro:summary- 80 साल की उम्र में हाई स्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास कर बुजुर्ग ने रचा इतिहास। वही शिक्षा प्राप्ति के लिए उम्र का बंधन नहीं होने की कहावत को किया चरितार्थ।

नोट-खबर एफटीपी में - assi varshiy bujurg ne ki high school pariksha pass- नाम के फोल्डर में है।

एंकर- उधम सिंह नगर जनपद के खटीमा में 80 वर्षीय रिटायर्ड सूबेदार मेजर दानी राम ने हाई स्कूल की परीक्षा पास कर सबको किया अचंभित। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के माध्यम से 60 प्रतिशत से अधिक अंकों से हाईस्कूल परीक्षा पास कर दानीराम ने यह सिद्ध कर दिया है कि पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती। पेश है समाज के लिए प्रेरणा बने धनीराम पर एक खास रिपोर्ट......


Body:वीओ- आपके दिल में जज्बा हो कुछ कर गुजरने का जुनून है तो उम्र की बंदिश भी आपको सफल होने से नहीं रोक सकती है। जी हां यह जज्बा और जुनून लिये खटीमा तहसील के चकरपुर निवासी दानीराम ने 80 साल में की उम्र में हाई स्कूल की परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया है। अपने दूसरे प्रयास में सफल हुए दानी राम ने इस बार राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से 60 प्रतिशत अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा को पास किया है। तीन बेटों व तीन बेटियों के पिता धनीराम जहां सीआरपीएफ में सूबेदार मेजर के पद पर 1995 को रिटायर हुए थे। वही सर्विस के दौरान सिर्फ हाईस्कूल पास में होने की वजह से असिस्टेंट कमांडेंट नहीं बस पाने की वजह की टीस ने 80 साल की उम्र में हाईस्कूल पास करा दिया। 500 में से 303 लाकर प्रथम श्रेणी में पास होने वाले धनीराम जहां बेहद खुश हैं। वहीं आज शिक्षा की अनिवार्यता के लिए समाज को प्रेरित करना चाहते हैं।

बाइट- दानीराम अस्सी साल की उम्र में हाई स्कूल पास करने वाले बुजुर्ग

वीओ 2- वहीं 80 वर्षीय बुजुर्ग दानीराम की सफलता से खुद को गौरवान्वित महसूस करने वाले थारू राजकीय इंटर कॉलेज खटीमा के अध्यापक व राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा केंद्र के प्रभारी नरेंद्र रौतेला भी दानी राम के इस जज्बे के कायल है। वही दानी राम की सफलता को अन्य लोगों के लिए प्रेरणा देने वाला बता रहे हैं। साथ ही किसी वजह से पढ़ाई छोड़ चुके लोगों को फिर से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

बाइट- नरेंद्र रौतेला प्रभारी राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा केंद्र खटीमा


Conclusion:फाइनल वीओ- नाती पोतों वाले व पढ़े-लिखे परिवार के मुखिया दानी राम की सफलता जहां सीमांत क्षेत्र खटीमा के लोगों के लिए बड़ी प्रेरणा के रूप में सामने आई है। वही 80 साल की उम्र में हाईस्कूल पास करने या फिर से साबित किया है। कि पढ़ने- लिखने की कोई उम्र नहीं होती और सिर्फ जज्बे और जुनून से आप कोई भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
Last Updated : Dec 17, 2019, 11:39 PM IST
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