खटीमा: देवभूमि में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. उत्तराखंड के बेटे-बेटियां देश से विदेश तक प्रदेश का नाम रोशन करते रहे हैं. एक बार फिर उत्तराखंड के बेटे ने प्रदेश का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है. किसान परिवार में जन्में डॉ गुरजीत सिंह का चयन नासा में हुआ है. जेपीएल पोस्ट डॉक्टोरल स्कॉलर से नासा में उनका चयन हुआ है, जहां उन्हें 71590 डॉलर यानी 53 लाख से अधिक का सालाना पैकेज मिला है.
डॉ गुरजीत सिंह उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज स्थित कुंवरपुर सिसैया गांव के रहने वाले हैं. उनका परिवार गांव में ही रहता है. उनकी इस उपलब्धि से परिवार और गांव में खुशी का माहौल है. गुरजीत सिंह के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
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गुरजीत के दादा गुरदयाल सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं. पिता किसान हैं और बड़ी बहन सुरेंद्र कौर अल्मोड़ा जिले के सरकारी स्कूल में प्रवक्ता हैं. सिंह ने साल 2003 में जीआईसी सितारगंज से 12वीं की परीक्षा पास की थी. इसके बाद उन्होंने पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में बीटेक किया, जिसके बाद आईआईटी भुवनेश्वर से पीएचडी की. गुरजीत सिंह हमेशा से ही नासा ज्वाइन करना चाहते थे. पीएचडी पूरी करने के बाद गुरजीत ने नासा के लिए आवेदन किया. नासा में जेपीएल (जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी) में पोस्ट डॉक्टोरल स्कॉलर में उनका चयन हो गया.
गुरजीत सिंह की पत्नी और उनके बेटे को अमेरिका में उनके साथ रहने के लिए वीजा सुविधा भी मिली है. गुरजीत सिंह के माता-पिता अपने बेटे की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं.