रुद्रपुर: सरकार आपदा पीड़ितों के जख्मों की पर मरहम लगाने के बचाए मदद के नाम पर उनके साथ मजाक कर रही है. शनिवार को आपदा पीड़िता का गुस्सा फूटा और उन्होंने रुद्रपुर कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर हंगामा किया.
बीते दिनों उत्तराखंड में आई बारिश ने नैतीताल और उधमसिंह नगर जिले में बड़ी तबाही मचाई थी. बारिश की वजह लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंचा था. कुछ लोगों तो बेघर हो गए हैं. वहीं बाढ़ की वजह से लोगों के घर में रखा राशन भी खराब हो गया. जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों ने भी आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था और पीड़ितों को मदद का पूरा आश्वासन दिया था.
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सरकार की तरफ से आपदा पीड़ितों को राशन किट दी गई थी, लेकिन इस राशन किट में घोटाले की बात सामने आई है. शनिवार को आपदा पीड़ित राशन किट लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और हंगामा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले मिली राशन किट में 14 सामान दिए जा रहे थे, लेकिन अब महज चार सामान देकर पल्ला झाड़ा जा रहा है.
पीड़ितों का कहना है कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के पास खाने के लिए राशन तक नहीं है. प्रशासन राशन किट देने के नाम पर उनके साथ मजाक कर रहा है. आपदा पीड़ितों के मुताबिक उन्हें राशन किट में मात्र 5 किलो आटा, चार किलो चावल, एक किलो दाल, एक साबुन और सौ ग्राम तेल ही दिया जा रहा है. सरकार सिर्फ 3,800 रुपए और दो दिन का राशन ही दे रही है. कई लोगों के आशियान इस आपदा में उजड़ गए. कुछ लोगों के पास न तो सिर टकने को छत और न ही पहनने के लिए कपड़े हैं. ऐसे लोगों की सरकार कोई मदद नहीं कर रही है.
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वहीं हंगामा बढ़ता देख प्रभारी तहसीलदार भगत लाल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया. प्रभारी तहसीलदार भगत लाल ने कहा कि जनपद में कोई भी किट तैयार नहीं की जा रही है. जैसे राशन किट उन्हें मिल रही है. वैसे ही वे लोगों को बांट रहे हैं. बैंक की तरफ से उन्हें अभीतक 11 हजार चेक उपलब्ध हुए है, जो सभी वितरित कर दिए गए हैं. जैसे ही उन्हें चेक प्राप्त होंगे, वो बचे हुए लोगों को देंगे.