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काशीपुर ब्लॉक प्रमुख समेत चार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज - fraud case filed against kashipur block pramukh

दिल्ली के एक कारोबारी ने काशीपुर ब्लॉक प्रमुख और उसके तीन भाइयों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. साथ ही कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मामला क्रशर को लेकर जुड़ा हुआ है. उधर, ब्लॉक प्रमुख ने सभी आरोपों को साजिश करार दिया है.

धोखाधड़ी
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Published : Sep 29, 2021, 9:49 PM IST

काशीपुरः ब्लॉक प्रमुख और उसके तीन भाइयों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. ब्लॉक प्रमुख पर यूपी के रामपुर जिले के स्वार थाना क्षेत्र में पार्टनरशिप में लिए गए क्रशर से करोड़ों की कीमत की मशीनें गायब करने और धोखाधड़ी का आरोप है. फिलहाल, पुलिस ने चारों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

दरअसल, बीते एक महीने पहले दिल्ली के कालकाजी निवासी सुशील कुमार जैन पुत्र वीके जैन ने एसएसपी रामपुर को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपा था. जिसमें बताया गया कि बीते 9 सितंबर 2016 को पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी ने नगीना-काशीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर उन्हें एक लाख मीट्रिक टन रेता और बजरी की सप्लाई का वर्क आर्डर दिया था. जिसके बाद उन्होंने पट्टी कला में खलील अहमद निवासी रम्पुरा बाजपुर और शिब्ते हसन निवासी पट्टी कला से करीब 48 बीघा जमीन लेकर क्रशर लगाया था. जिसके लिए उन्होंने सेली इक्यूमेन फाइनेंस कंपनी से लोन भी लिया था.

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साल 2017 में क्रशर चालू हुआ, लेकिन बाद में किन्हीं कारणों के चलते क्रशर नहीं चल पाया. जिसके बाद जुलाई 2019 में संजय कश्यप पुत्र ओमप्रकाश निवासी सैनिक कॉलोनी काशीपुर से उन्होंने एक पार्टनरशिप डीड की. जिसमें क्रशर से कमाए गए पैसे से लोन चुकाने का भी समझौता हुआ था. तभी से संजय कश्यप ने फाइनेंस कंपनी के लोन की कोई भी किस्त नहीं भरी. जिसके चलते कोर्ट ने मशीनों को जब्त करने का आदेश दे दिया. जिसके बाद 11 फरवरी 2021 को फाइनेंस कंपनी के रिसीवर और पुलिस टीम क्रशर पर पहुंची. जहां टीम को कई मशीनें गायब मिली.

सुशील जैन ने आरोप लगाया कि संजय कश्यप ने ही चोरी, धोखाधड़ी से क्रशर की 1 करोड़ की कीमत की कई मशीनें मौके से गायब कर दी. इस दौरान उन्होंने अजय, अर्जुन और अतुल कश्यप से उनके भाई संजय कश्यप से गायब मशीनों को वापस करवाने की अपील भी की. इस पर अर्जुन कश्यप ने मशीन वापस नहीं करने की बात कही.

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उधर, रामपुर के स्वार थाना पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर काशीपुर के वर्तमान ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप उनके भाई जेष्ठ प्रमुख अजय कश्यप, संजय कश्यप और अतुल कश्यप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है. स्वार थाना अध्यक्ष विनीत कुमार ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है. जिसके आधार पर जांच की जा रही है. जो भी आगे तथ्य मिलेंगे, उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

ब्लॉक प्रमुख ने करार दिया साजिशः मामले में काशीपुर ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप ने फोन पर बताया कि यह मुकदमा उनके खिलाफ साजिश के तहत दर्ज करवाया गया है. क्योंकि, उनकी ओर से आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक पद के लिए दावेदारी की गई है. उनका ध्यान विधायक पद की दावेदारी से भटकाने के लिए साजिश के तहत यह मुकदमा दर्ज करवाया गया है.

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उन्होंने कहा कि काशीपुर की जनता उनके क्रियाकलाप उनके मेलजोल आदि के बारे में भली-भांति जानती है. इसलिए बाहरी व्यक्ति के जरिए यह साजिश रचकर मुकदमा दर्ज करवाया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पूरी होने के बाद क्लीन चिट मिलते ही वो वादी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे.

काशीपुरः ब्लॉक प्रमुख और उसके तीन भाइयों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. ब्लॉक प्रमुख पर यूपी के रामपुर जिले के स्वार थाना क्षेत्र में पार्टनरशिप में लिए गए क्रशर से करोड़ों की कीमत की मशीनें गायब करने और धोखाधड़ी का आरोप है. फिलहाल, पुलिस ने चारों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

दरअसल, बीते एक महीने पहले दिल्ली के कालकाजी निवासी सुशील कुमार जैन पुत्र वीके जैन ने एसएसपी रामपुर को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपा था. जिसमें बताया गया कि बीते 9 सितंबर 2016 को पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी ने नगीना-काशीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर उन्हें एक लाख मीट्रिक टन रेता और बजरी की सप्लाई का वर्क आर्डर दिया था. जिसके बाद उन्होंने पट्टी कला में खलील अहमद निवासी रम्पुरा बाजपुर और शिब्ते हसन निवासी पट्टी कला से करीब 48 बीघा जमीन लेकर क्रशर लगाया था. जिसके लिए उन्होंने सेली इक्यूमेन फाइनेंस कंपनी से लोन भी लिया था.

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साल 2017 में क्रशर चालू हुआ, लेकिन बाद में किन्हीं कारणों के चलते क्रशर नहीं चल पाया. जिसके बाद जुलाई 2019 में संजय कश्यप पुत्र ओमप्रकाश निवासी सैनिक कॉलोनी काशीपुर से उन्होंने एक पार्टनरशिप डीड की. जिसमें क्रशर से कमाए गए पैसे से लोन चुकाने का भी समझौता हुआ था. तभी से संजय कश्यप ने फाइनेंस कंपनी के लोन की कोई भी किस्त नहीं भरी. जिसके चलते कोर्ट ने मशीनों को जब्त करने का आदेश दे दिया. जिसके बाद 11 फरवरी 2021 को फाइनेंस कंपनी के रिसीवर और पुलिस टीम क्रशर पर पहुंची. जहां टीम को कई मशीनें गायब मिली.

सुशील जैन ने आरोप लगाया कि संजय कश्यप ने ही चोरी, धोखाधड़ी से क्रशर की 1 करोड़ की कीमत की कई मशीनें मौके से गायब कर दी. इस दौरान उन्होंने अजय, अर्जुन और अतुल कश्यप से उनके भाई संजय कश्यप से गायब मशीनों को वापस करवाने की अपील भी की. इस पर अर्जुन कश्यप ने मशीन वापस नहीं करने की बात कही.

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ब्लॉक प्रमुख ने करार दिया साजिशः मामले में काशीपुर ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप ने फोन पर बताया कि यह मुकदमा उनके खिलाफ साजिश के तहत दर्ज करवाया गया है. क्योंकि, उनकी ओर से आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक पद के लिए दावेदारी की गई है. उनका ध्यान विधायक पद की दावेदारी से भटकाने के लिए साजिश के तहत यह मुकदमा दर्ज करवाया गया है.

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उन्होंने कहा कि काशीपुर की जनता उनके क्रियाकलाप उनके मेलजोल आदि के बारे में भली-भांति जानती है. इसलिए बाहरी व्यक्ति के जरिए यह साजिश रचकर मुकदमा दर्ज करवाया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पूरी होने के बाद क्लीन चिट मिलते ही वो वादी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे.

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