बाजपुर: वन्य जीव प्रेमियों ने विलुप्त हो रहे अजगर के 10 बच्चों की जान बचाने में सफलता हासिल की है. बीते दिनों बाजपुर में नदी किनारे पाये गये अजगर के अंडों का सफल रेस्क्यू करने के बाद उनमें से अजगर के बच्चे निकलने शुरू हो गए हैं. मादा अजगर द्वारा अपने अंडों की रखवाली छोड़ने के बाद वनाधिकारियों ने कृत्रिम रूप से बनाये गये इनक्यूबेटर में अंडों को रख दिया था. 10 अंडों से बच्चे भी निकल आए हैं. इसके साथ ही कॉर्बेट पार्क में अजगर का कुनबा बढ़ गया है.
बता दें, बीती 28 मई को बाजपुर में नदी किनारे एक मादा अजगर ने दो दर्जन अंडे दिए. यह जानकारी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई थी. मौके पर काफी जमावड़ा लग गया था. इस दौरान बच्चों ने अंडों पर पत्थर मारकर कुछ अंडों को नुकसान भी पहुंचा दिया था. मौके पर पहुंचे वन्यजीव प्रेमी अमित सैनी ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी थी.
पढ़ें- जानिए...आखिर क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने मादा अजगर और उसके अंडों को बन्नाखेड़ा के वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया था. विभाग ने अंडों पर नजर रखने के लिये कैमरा भी लगाया था. इस दौरान वनाधिकारियों ने देखा कि मादा अजगर अंडों को छोड़कर चली गई है. ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों ने अंडों को रामनगर कार्यालय में एक इनक्यूबेटर में सुरक्षित रखवा दिया.
पढ़ें- धूमधाम से मनाया जा रहा है रक्षाबंधन का पर्व, बाजार में छाई 'आत्मनिर्भर भारत' राखी
डीएफओ तराई पश्चिमी हिमांशु बागड़ी ने बताया कि इनक्यूबेटर में रखे अंडों से बच्चे निकलने शुरू हो गए. उन्होंने बताया कि अंडों से निकले सभी नन्हें पायथन को जंगल में छोड़ दिया गया है.